Hindi, asked by abhishekthakur9757, 5 months ago

स्वदेशी चीजों का प्रयोग करने के लिए पत्र​

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Answered by jiya6007
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Explanation:

बोकारो, जागरण संवाददाता: स्वदेशी वस्तुओं के प्रयोग से ही देश की आर्थिक उन्नति होगी। स्वाधीनता के वक्त से ही स्वदेशी का नारा लगाया जाता रहा है। आज के दौर में स्वदेशी वस्तुओं को अपनाना आवश्यक है। ये बातें मुख्य अतिथि बोकारो इस्पात संयंत्र के प्रबंध निदेशक शशि शेखर महांती ने मजदूर मैदान सेक्टर चार में इस्पातांचल स्वदेशी मेला के उद्घाटन समारोह में कही। इससे पूर्व मुख्य अतिथि ने भारत माता की प्रतिमा पर पुष्पांजलि अर्पित की। उन्होंने दीप प्रज्वलित कर मेला का शुभारंभ किया।

श्री महांती ने कहा कि बोकारो संयंत्र देश का पहला स्वदेशी स्टील प्लांट है। इससे पूर्व भिलाई व राउरकेला स्टील प्लांट की स्थापना हुई। लेकिन इनमें विदेशी उपकरणों का प्रयोग किया गया। बोकारो इस्पात संयंत्र के निर्माण में 70 से 80 प्रतिशत उपकरण देसी लगाए गए। इसलिए हम गर्व से कह सकते हैं कि बोकारो स्टील प्लांट स्वदेशी संयंत्र है।

कहा कि प्लांट के उपकरण तैयार करने के लिए ही एचइसी की स्थापना की गई। यह देश के पूरे प्लांट के लिए उपकरण तैयार करता है। स्वदेशी उत्पाद के क्षेत्र में देशभर में कोशिश जारी है। आने वाले 10-15 वर्ष में इसका परिणाम सामने आएगा।

दुनिया भर के देशों में भारतीय युवा बेहतर कर रहे हैं। यूरोप के अधिकांश वस्तुएं भारतीय ही बनाते हैं। पहले विदेशों से हम सामान आयात करते थे। अब हम खुद सामान का उत्पादन करेंगे और दूसरे देशों को निर्यात करेंगे। एक समय ऐसा आएगा जब सभी सामानों का भारत में ही संभव हो सकेगा।

कहा कि पिछले वर्ष स्वदेशी मेले में एक करोड़ रुपए का बिजनेस हुआ था। स्वदेशी मेला बेहतर मार्केटिंग काम्प्लेक्स है। यहां कारीगर अपनी बनाई वस्तुओं की बिक्री करते हैं। साथ ही गर्व का अनुभव करते हैं। यहां से ये जो प्राइड लेकर जाते हैं, वह एक करोड़ से कहीं अधिक है। इससे पूर्व मेला संयोजक दिलीप वर्मा ने आगत अतिथियों का स्वागत किया।

सरस्वती विद्या मंदिर तीन सी की बच्चियों ने स्वागत गान पेश किया। मुख्य वक्ता समाजसेवी जगन्नाथ शाही ने कहा कि यह मेला नहीं मन को तृप्त करने का स्थान है। प्रांतीय संयोजक सचिन्द्र कुमार बरियार ने कहा कि आज-कल देवी-देवताओं की मूर्तियां भी विदेशों से आ रही है। चीन हमारे देश के बाजार पर पैर पसारता जा रहा है और यहां के धन से ही भारत के विरुद्ध आक्रमण की नीति तैयार कर रहा है। इसलिए चाइनीज वस्तुओं का बहिष्कार करना चाहिए। पूर्व मंत्री प्रो.रीता वर्मा ने भी स्वदेशी वस्तुओं के उपयोग पर बल दिया।

इस अवसर पर संचार प्रमुख संजय तिवारी, भाजपा नेता नंद किशोर राय, अंबिका खवास, अमरेन्द्र कुमार सिंह, कौशल किशोर, प्रो.पीएन वर्णवाल, प्राचार्य शिव कुमार सिंह के अलावा बड़ी संख्या में लोग उपस्थित थे।

मेले में लगे 150 स्टाल

स्वदेशी मेले में करीब 150 स्टाल लगाए गए थे। यहां बोकारो स्टील प्लांट, साहेब सृजन अकादमी के अलावा अन्य कंपनियों ने अपने उत्पाद प्रदर्शित किए। लोगों की भीड़ मेले में उमड़ पड़ी। लोगों ने विभिन्न घरेलू उत्पादों की खरीदारी की। साथ ही विभिन्न कंपनियों के उत्पादों के बारे में जानकारी हासिल की। कालीन, लकड़ी के सामान, खादी के कपड़े, सिलाई मशीन आदि भी लोगों के आकर्षण का केन्द्र रहे।

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