स्वयं के विकास और सामाजिक कौशलों को कैसे आसान किया जा सकता है
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भारत के विद्यालयों को छात्रों के सीखने के उत्कृष्टता केंद्रों में बदलने के स्वप्न को सच करने के लिए आवश्यक है कि विद्यालय प्रमुख अपने संपूर्ण कार्य जीवन में अपने कौशलों और ज्ञान का नवीकरण और अद्यतन करने का निजी दायित्व लें, क्योंकि वे ही इस आंदोलन के केंद्र-बिंदु हैं। व्यक्तिगत विकास आपके कौशलों और ज्ञान को विकसित करने, आकार देने और सुधार करने की जीवन-पर्यंत प्रक्रिया है ताकि विद्यालय की कार्य क्षेत्र में अधिकतम प्रभावकारिता और सकारात्मक आत्म-अवधारणा का विकास सुनिश्चित किया जा सके। व्यक्तिगत विकास का मतलब आवश्यक रूप से ऊर्ध्वगामी गति (यानी, पदोन्नति) ही नहीं होता। बल्कि, इसका मतलब अपने विद्यालय का नेतृत्व करने में अपने कार्य-प्रदर्शन का सुधार करने में आपको सक्षम करना है।
व्यक्तिगत विकास के लिए समय निकालना व्यस्त विद्यालय प्रमुखों के लिए चुनौती है। इसलिए यह इकाई आपके कार्यक्रम में जगह बनाने में आपको सक्षम करने के लिए दो महत्वपूर्ण मुख्य कौशलों पर ध्यान केंद्रित करती है: समय का प्रबंधन और प्रतिनिधित्व फिर यह इस बात की खोजबीन करेगी कि आपकी हरकतों को उद्देश्यपूर्ण (एक व्यक्तिगत विकास योजना के उपयोग से) और प्रभावी (SMART उद्देश्यों के उपयोग से) बनाते हुए व्यक्तिगत विकास के लिए निकाले गए आपके समय का सदुपयोग कैसे करना चाहिए।
स्वयं को विकसित करने के महत्व को नेशनल युनिवर्सिटी ऑफ एजुकेशनल प्लानिंग एंड एडमिनिस्ट्रेशन (NUEPA) द्वारा 2014 में प्रकाशित नेशनल प्रोग्राम डिजाइन एंड करिकुलम फ्रेमवर्क में छह मुख्य क्षेत्रों में से एक के रूप में प्रदर्शित किया गया है। इसे भारत में विद्यालयों का रूपांतरण और विद्यालय प्रमुखों का व्यावसायिक विकास संभव करने के लिए महत्वपूर्ण माना जाता है। इसके लिए प्रत्येक विद्यालय प्रमुख में आत्म- विकास और संस्थागत विकास के लक्ष्यों के बीच सामंजस्य की जरूरत है।
सीखने की डायरी
इस इकाई में काम करते समय आपसे अपनी सीखने की डायरी में नोट्स बनाने को कहा जाएगा। यह डायरी एक किताब या फोल्डर है जहाँ आप अपने विचारों और योजनाओं को एकत्र करते हैं। संभवतः आपने अपनी डायरी भरना शुरू कर दिया होगा।
इस इकाई में आप अकेले काम कर सकते हैं, लेकिन यदि आप अपने सीखने की चर्चा किसी अन्य विद्यालय प्रमुख के साथ कर सकें तो आप और भी अधिक सीखेंगे। यह कोई सहकर्मी हो सकता है जिसके साथ आप पहले से सहयोग करते आ रहे हैं, या कोई व्यक्ति जिसके साथ आप नए संबध का निर्माण करना चाहते हैं। इसे नियोजित ढंग से या अधिक अनौपचारिक आधार पर किया जा सकता है। आपकी सीखने की डायरी में बनाए गए आपके नोट्स इस प्रकार की बैठकों के लिए उपयोगी होंगे, और साथ ही आपकी दीर्घावधि की शिक्षण-प्रक्रिया और विकास का प्रतिचित्रण भी करेंगे।
इस इकाई से विद्यालय नेता क्या सीख सकते हैं
अपने कार्य की प्राथमिकता तय करना, अन्य लोगों को प्रतिनिधायन (Delegate) करना और अपने समय का प्रभावी उपयोग करना।
अपने व्यक्तिगत और व्यावसायिक विकास की योजना बनाना।
स्वयं के लिए SMART लक्ष्य निर्धारित
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स्वयं के विकास और सामाजिक कौशलों को प्रभावी शिक्षण विधियों, प्रदर्शन को, नियंत्रित करने भारत के स्कूलों की कल्पना को समझने के लिए महानता के केंद्र में बदलने से आसान किया जा सकता है।
इसमें शामिल हैं:
- प्रभावी शिक्षण विधियों को स्थापित करने के निर्देश।
- प्रदर्शन को नियंत्रित करने के लिए।
- दूसरों के काम को बढ़ावा देना।
- दायित्वों / अभ्यावेदन की सफलतापूर्वक व्याख्या करना
- भारत के स्कूलों की कल्पना को समझने के लिए महानता के केंद्र में बदलने के लिए, मौलिक स्कूल अग्रणी अपने कार्य जीवन के माध्यम से अपनी क्षमताओं और सूचनाओं को फिर से स्थापित करने ।
- आत्म-सुधार आपकी क्षमताओं और सूचनाओं को बनाने, और उन पर काम करना।
- एक सकारात्मक आत्म-विचार में सुधार करता है।
- स्व-सुधार का अर्थ ऊर्ध्वाधर विकास (यानी, उन्नति) की गारंटी नहीं है। ब
- ल्कि, इसका उद्देश्य आपको अपने विद्यालय का नेतृत्व करने के लिए अपनी प्रदर्शनी पर काम करने के लिए सशक्त बनाना है।
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