स्वयं करें
हाँ. मैने स्पष्ट कहा था। माँ को बेटे से अलग करना पाप है, माँ का हृदय तोड़ना अत्याचार है। इस अत्याचार को दूर
करने के लिए प्राण भी देने पड़े तो कम है।
(क) उपर्युक्त गद्यांश का संदर्भ स्पष्ट कीजिए।
(ख) वक्ता द्वारा अत्याचार किसे कहा गया है?
(ग) यहाँ श्रोता कौन है? उसका चरित्र-चित्रण कीजिए।
(घ) गद्यांश में निहित संदेश स्पष्ट कीजिए।
निम्नलिखित अवतरणों को पढ़कर नीचे दिए गए प्रश्नों के उत्तर दीजिए-
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title of the passage-maa
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