Hindi, asked by abdulhameed27910, 7 months ago

स्यों जम्हाई आ रही है बेतरह।
इस तरह से आँख क्यों है झप रही।
देख लो सब ओर क्या है हो रहा।
बात सुन लो, आँख खोलो तो सही।
जाति को है अगर जिला रखना।
तो न मीठी को मान लें खट्टी।
भेद का बाँध बाँधती बेला।
आँख पर बाँध लें न हम पट्टी।​

Answers

Answered by lailaalif2002
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haan bhai

jamhai bhi aa rahi hai, aankh bhi zapak rahi hai

par aage ki lines samjh nhi aayi..

good night.

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