संयम और नियम की शिक्षा देते हुए पिता की तरफ से पुत्र को पत्र लिखिए |
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दिनाँक 29/06/2020 प्रिय पुत्र , यहाँ सब कुशल मंगल है और आशा है कि घर पर भी सब अच्छे होंगे । आज मेरे पत्र लिखने का मुख्य उदेश्य तुम्हें समय के सदुपयोग से अवगत कराना है । समय के सही ढंग से उपयोग ही जीवन के सफलता की कुंजी है । अगर तुमने समय का मूल्य करना सीख लिया तो तुम सफलता की ऊंचाइयों को छु सकते हो । विद्यार्थी जीवन मे तो समय का सदुपयोग और भी आवश्यक है । कुछ ही महीनो मे तुम्हारी वार्षिक परीक्षाएँ आने वाली है इसलिए मेरी यही सलाह है की तुम अपनी पढ़ाई पर ध्यान दो और अपनी दिनचर्या मे ज़्यादा से ज़्यादा समय पढ़ाई के लिए समर्पित करो । कठिन परिश्रम , दृढ़ निश्चय और समय के उचित प्रबंधन से निश्चित रूप से इस वर्ष भी अच्छे अंको से उतीर्ण होगे । मेरा आशीर्वाद और बहुत सी शुभकामनाएं ! स्नेह सहित तुम्हारा पिता नाम ।
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