सब कुछ ठीक ही चल रहा था, किन्तु आज से लगभग पाँच महीने पूर्व जिन्दगी की रफ़्तार अचानक थम गई। कोरोना वायरस दुनिया में ऐसा फैला कि लॉक डाउन की स्थिति आ गई। सभी लोग अपने-अपने घरों में सिकुड़-सिमट गए। इस महामारी ने इटली, स्पेन, अमेरिका, इंग्लैंड में तो तबाही मचाई ही, भारत भी इससे अछूता न रहा। इस वैश्विक महामारी से संक्रमित होने वाला पहला शहर चीन का वुहान था। भारत में लॉक डाउन की पहली घोषणा २४ मार्च २०२० को अचानक प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के द्वारा हुई। मास्क और सोशल डिस्टेंसिंग पर जोर दिया गया। पुलिस और स्वास्थ्य कर्मी कोरोना वारियर्स के रुप में बहुत काम किए। फिर भी हमने बहुत से देशवासियों को खोया। वैज्ञानिक इस बीमारी को दूर करने के लिए वैक्सिन खोज रहे हैं। जब तक वैक्सिन आ नहीं जाती, सावधानी बरतनी होगी। अब इसी सावधानी के साथ शिक्षक अध्यापन कर रहे हैं और बच्चे पढ़ रहे हैं। उन्हें ऑन लाइन क्लास करना पड़ रहा है। माता-पिता उन्हें मोबाइल चलाने से लेकर टाइम-टेबल बनाना सिखा रहे हैं। जब-जब विपत्ति आती है तो एक दरवाजे बंद होते हैं तो दूसरे अवश्य खुलते हैं। होना यह चाहिए कि हम नए-नए दरवाजों पर दस्तक देना न भूलें। इससे नया सवेरा आता है।
(क) उपर्युक्त गद्यांश का एक उचित शीर्षक दीजिए।
Answers
Answered by
1
Answer:
.....................................
Explanation:
samay ka palan
mark me brainly answers
Similar questions
History,
3 months ago
Social Sciences,
3 months ago
Hindi,
7 months ago
Math,
7 months ago
English,
11 months ago
Computer Science,
11 months ago
Chemistry,
11 months ago