सब दिन होत न एक समान अकस्मात बिन फेरे और सेठ को गरीब
देखना पड़ा संगी साथी ने भी मुंह फेर लिया और नौबत यहां तक आ गई कि सेठ
व सेठानी भूखे मरने
लगे
1. अकस्मात किसके दिन फिरे समझा कर लिखिए ?
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सब दिन होत न एक समान अकस्मात बिन फेरे और सेठ को गरीब
देखना पड़ा संगी साथी ने भी मुंह फेर लिया और नौबत यहां तक आ गई कि सेठ
व सेठानी भूखे मरने
लगे
1. अकस्मात किसके दिन फिरे समझा कर लिखिए It is not correct.
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