सभी प्रश्नों के उत्तर दें।
३.
बताइर निम्नलिखित कथन सत्य हैं या असत्य। अपने उत्तर के कारण बताइए।
|
के छोटे बच्चे ईंग/चित्र नहीं बना सकते हैं अतः शालापूर्वक कार्यकर्ता को चाहिए कि वह
ब्लेक बोर्ड पर ईंग बनाकर बच्चों को उसकी नकल करने के लिए कहे।
| प्रभावी ढंग से कहानी सुनाना तभी संभव है यदि कार्यकर्ता द्वारा कठपुतलियां या मुखौटों या
फ्लैश-कार्ड जैसी सहायक सामग्रियों का प्रयोग किया जाए।
ii) शिशु 18 माह की आयु में प्रयोग करने की योग्यता दर्शाना शुरू करते हैं।
n) शालापूर्व बच्चे संरक्षक नहीं कर सकते।
। बच्चों के सीखने और प्रगति के मूल्यांकन करने का मुख्य प्रयोजन यह पता लगाना है कि कौन
से बच्चे होशियार हैं जो कौन से कमजोर हैं।
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Explanation:
- कथन एक सच है क्योंकि छोटे बच्चे अपने दम पर चित्र बनाने में सक्षम नहीं हैं। यही कारण है कि उन्हें प्रशिक्षण के लिए स्कूल भेजा जाता है। हां, ट्रेनर को उन्हें उदाहरण दिखाना चाहिए और उन्हें शुरुआती चरणों में कॉपी करने के लिए कहना चाहिए।
- बच्चे आमतौर पर बेहतर समझते हैं जब उन्हें उदाहरणों या रंगों या प्रतीकों के माध्यम से पढ़ाया जाता है क्योंकि वे लंबे कथन को नहीं समझ सकते हैं। अतः दूसरा कथन भी सत्य है।
- हां यह सच है कि बच्चे 18 महीने की उम्र में बहुत अधिक सामान करना शुरू कर देते हैं क्योंकि आमतौर पर वे उसी समय के आसपास चलना शुरू करते हैं। इसलिए, वे हर चीज के साथ अधिक बातचीत करते हैं।
- पूर्व-परिपक्व बच्चों में कुछ कमियाँ बताई जाती हैं, लेकिन यह हर मामले में सही नहीं है
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Answer:
koun se bacchhe tej hai koun se nasamajh
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