Hindi, asked by luckybais0078, 2 months ago

सबके हिस्से का आकाश व पूरा चंद्रमा देख लेने से कवि का क्या तात्पर्य है

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Answered by TaniyaArmy
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Answer:

और अधिकविनोद कुमार शुक्ल

सबके हिस्से का चंद्रमा वही पूरा चंद्रमा है। और वह भी जो बदबू और गंदगी के घेरे में ज़िंदा है। सबके हिस्से की हवा वही हवा नहीं है। सबके हिस्से की बनती हुई रोटी नहीं है।

Answered by BangtanGirl11
1

Answer:

और अधिकविनोद कुमार शुक्ल

पूरा आकाश है। सबके हिस्से का चंद्रमा वही पूरा चंद्रमा है। और वह भी जो बदबू और गंदगी के घेरे में ज़िंदा है। ... रचनाकार : विनोद कुमार शुक्ल

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