Sabse pahle shani grah ke rings ki khoz kisne ki.?
Answers
Answered by
1
Galileo galilei .....!!!!!!
Answered by
1
1610 : गैलीलिओ गैलीली ने सर्वप्रथम शनि के वलयों को अपने द्वारा बनाई गई दूरबीन से देखा था। लेकिन वे अपनी आरंभिक दूरबीन से इनके संपूर्ण अध्ययन करने मे असमर्थ थे।
1655 : क्रिश्च्नियन हायजेंस ने सबसे पहले इन वलयों को शनि के आसपास एक तश्तरी के रूप मे बताया था। उनकी दूरबीन गैलीलियो की दूरबीन से बेहतर थी।
1675 : जिवोवानी डोमेनिको कैसीनी ने पाया था कि ये वलय कई वलयो से मिलकर बना है और उनके मध्य अंतराल भी है।
शनि के पास से चार अंतरिक्ष यान गुजरे है जिन्होने समीप से इन वलयों का अध्ययन किया है।
सितंबर 1979 : पायोनियर 11 शनि से 20,900 किमी की दूरी पर पहुंचा और वलय ’F’ की खोज की।
नवंबर 1980 : वायेजर 1 शनि से 64,200 किमी की दूरी तक पहुंचा और विस्तृत चित्र लिये। वायेजर 1 के चित्रों से वलय ‘G’ की खोज हुयी।
अगस्त 1981 : वायेजर 2 शनि से 41,000 किमी दूरी तक पहुंचा और अधिक स्पष्ट चित्र लिये। इन चित्रो से कई नये नन्हे वलयों की खोज हुयी जिन्हे पहले देखा नही गया था।
जुलाई 2004 : कैसीनी अंतरिक्षयान शनि की कक्षा मे पहुंचा। इस यान ने शनि और उसके वलयो की सबसे स्पष्ट और मनोहारी चित्र भेजे है। इस यान ने भी कई नन्हे वलयों को पाया है।
1655 : क्रिश्च्नियन हायजेंस ने सबसे पहले इन वलयों को शनि के आसपास एक तश्तरी के रूप मे बताया था। उनकी दूरबीन गैलीलियो की दूरबीन से बेहतर थी।
1675 : जिवोवानी डोमेनिको कैसीनी ने पाया था कि ये वलय कई वलयो से मिलकर बना है और उनके मध्य अंतराल भी है।
शनि के पास से चार अंतरिक्ष यान गुजरे है जिन्होने समीप से इन वलयों का अध्ययन किया है।
सितंबर 1979 : पायोनियर 11 शनि से 20,900 किमी की दूरी पर पहुंचा और वलय ’F’ की खोज की।
नवंबर 1980 : वायेजर 1 शनि से 64,200 किमी की दूरी तक पहुंचा और विस्तृत चित्र लिये। वायेजर 1 के चित्रों से वलय ‘G’ की खोज हुयी।
अगस्त 1981 : वायेजर 2 शनि से 41,000 किमी दूरी तक पहुंचा और अधिक स्पष्ट चित्र लिये। इन चित्रो से कई नये नन्हे वलयों की खोज हुयी जिन्हे पहले देखा नही गया था।
जुलाई 2004 : कैसीनी अंतरिक्षयान शनि की कक्षा मे पहुंचा। इस यान ने शनि और उसके वलयो की सबसे स्पष्ट और मनोहारी चित्र भेजे है। इस यान ने भी कई नन्हे वलयों को पाया है।
Similar questions