सच हम नहीं सच तुम नहीं , सच है महज संघर्ष ही । संघर्ष से हटकर जिए तो क्या जिए हम या कि तुम । जो नत हुआ वह मृत्यु हुआ ज्यों वृंत से झर के कुसुम । जो लक्ष्य भूल रुका नहीं । जो हार देख झुका नहीं ।जिसने प्रणय पाथेय माना जीत उसकी ही रही । सच हम नहीं सच तुम नहीं ।
1पद्यांश पढ़कर ऊपर दिए गए प्रश्नों के उत्तर लिखिए ।
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क.संघष ही सच है.
ग. हार ने के बावजूद भी न हारे उसकी जीत होती है.
घ.सच की जीत
ड. जीवित
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