Hindi, asked by sharadbajpai1111, 7 hours ago

सफलता की कुंजी है अथवा भ्रष्टाचार मुक्त भारत समाज विषय पर 80 से 100 शब्दों में अनुच्छेद लिखिए​

Answers

Answered by crankybirds30
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Answer:

प्रस्तावना

भारत, एक देश जो उच्च मूल्यों, नैतिकता और परंपराओं का दावा करता है, को भ्रष्टाचार की समस्या का सामना करना पड़ रहा है। ये हमारे देश में विभिन्न बुरी प्रथाओं में से एक है जिनसे हमारा देश संघर्ष कर रहा है। देश की पूरी व्यवस्था विभिन्न स्तरों के भ्रष्टाचार पर आधारित है।

भारत सरकार को एक उदाहरण स्थापित करना चाहिए

भारत में सरकार और राजनीतिक दल अपने भ्रष्ट तरीकों के लिए जाने जाते हैं। भ्रष्ट प्रथाओं में लिप्त होने की बजाए उन्हें भ्रष्टाचार की समस्या पर काबू पाने के लिए काम करना चाहिए। उन्हें नागरिकों के लिए एक उदाहरण तैयार करना चाहिए और भ्रष्ट तरीकों से काम करने के बजाए उन्हें अपने लक्ष्यों तक पहुंचने के लिए ईमानदारी और समर्पण के साथ काम करने के लिए उन्हें प्रेरित करना चाहिए।

राजनीतिक दलों और मंत्रियों का चयन

भारत में कोई भी चुनाव के लिए खड़ा हो सकता है और अपना राजनीतिक दल बना सकता है। पात्रता मानदंड में किसी व्यक्ति की शैक्षणिक योग्यता शामिल नहीं है। ऐसे भी मंत्री हैं जो कभी स्कूल नहीं गए हैं और राजनीतिक व्यवस्था के बारे में उनका ज्ञान पूरी तरह से शून्य है।

कुछ नेता ऐसे भी हैं जिनका पिछला रिकॉर्ड अपराधी प्रवृत्ति का है। जब देश ऐसे लोगों द्वारा नियंत्रित किया जाएगा तो भ्रष्टाचार होना लाज़मी है। एक न्यूनतम शैक्षिक योग्यता मानदंड निर्धारित किया जाना चाहिए। केवल वे अभ्यर्थी, जो शैक्षिक मानदंडों को पूरा करते हैं और जिनका रिकॉर्ड साफ़ सुथरा है, उन्हें चुनाव लड़ने की अनुमति दी जानी चाहिए। चुनाव जीतने वाले उम्मीदवारों को उनके द्वारा नियुक्त विभिन्न कर्तव्यों और जिम्मेदारियों को संभालने के लिए प्रशिक्षित किया जाना चाहिए। अच्छी तरह से प्रशिक्षित और एक शिक्षित व्यक्ति ही निश्चित रूप से देश को बेहतर तरीके से चला सकता है।

सभी के लिए एक निर्धारित प्रोटोकॉल होना चाहिए और मंत्रियों की गतिविधियों को उच्च अधिकारियों द्वारा निगरानी की जानी चाहिए कि इसका पालन किया जा रहा है या नहीं।

निष्कर्ष

हालांकि हम में से हर एक व्यक्ति भ्रष्टाचार मुक्त भारत चाहता है लेकिन कोई भी इस प्रयास के लिए योगदान करने को तैयार नहीं है। भ्रष्टाचार कम करने की बजाए हम इसे बढ़ा रहे हैं। हमारे देश को इस बुरी प्रथा से मुक्त करने के लिए हमें एकजुट होना चाहिए और हमारे प्रयासों में ईमानदार लानी चाहिए।

Answered by harsi18kaur
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Answer:

भ्रष्टाचार अर्थात भ्रष्ट+आचार। भ्रष्ट यानी बुरा या बिगड़ा हुआ तथा आचार का मतलब है आचरण। अर्थात भ्रष्टाचार का शाब्दिक अर्थ है वह आचरण जो किसी भी प्रकार से अनैतिक और अनुचित हो।

जब कोई व्यक्ति न्याय व्यवस्था के मान्य नियमों के विरूद्ध जाकर अपने स्वार्थ की पूर्ति के लिए गलत आचरण करने लगता है तो वह व्यक्ति भ्रष्टाचारी कहलाता है। आज भारत जैसे सोने की चिड़िया कहलाने वाले देश में भ्रष्टाचार अपनी जड़े फैला रहा है। आज भारत में ऐसे कई व्यक्ति मौजूद हैं जो भ्रष्टाचारी है। आज पूरी दुनिया में भारत भ्रष्टाचार के मामले में 94वें स्थान पर है। भ्रष्टाचार के कई रंग-रूप है जैसे रिश्वत, काला-बाजारी, जान-बूझकर दाम बढ़ाना, पैसा लेकर काम करना, सस्ता सामान लाकर महंगा बेचना आदि। भ्रष्टाचार के कई कारण है। जानिए...

भ्रष्टाचार में मुख्य घूस यानी रिश्वत, चुनाव में धांधली, ब्लैकमेल करना, टैक्स चोरी, झूठी गवाही, झूठा मुकदमा, परीक्षा में नकल, परीक्षार्थी का गलत मूल्यांकन, हफ्ता वसूली, जबरन चंदा लेना, न्यायाधीशों द्वारा पक्षपातपूर्ण निर्णय, पैसे लेकर वोट देना, वोट के लिए पैसा और शराब आदि बांटना, पैसे लेकर रिपोर्ट छापना, अपने कार्यों को करवाने के लिए नकद राशि देना यह सब भ्रष्टाचार ही है।

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