सही विकल्प कोष्टक में लिखिए हिंदी साहित्य में व्यंग्य विद्या का सर्वप्रथम प्रयोग करने का श्रेय जाता है
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¿ हिंदी साहित्य में व्यंग्य विद्या का सर्वप्रथम प्रयोग करने का श्रेय जाता है...?
➲ हरिशंकर परसाई को
⏩ हिंदी साहित्य में व्यंग्य विधा का सर्वप्रथम प्रयोग करने का श्रेय हरिशंकर परसाई को जाता है। हरिशंकर परसाई हिंदी साहित्य के पहले रचनाकार थे, जिन्होंने व्यंग्य को हिंदी में एक विधा का दर्जा दिलाया। उन्होंने अपनी व्यंग्यात्मक रचनाओं के माध्यम से व्यंग्य को हल्के-फुल्के मनोरंजन की परंपरागत परिपाटी से उठाकर समाज के यथार्थ और सामाजिक संदर्भों से जोड़ा।
हरिशंकर परसाई द्वारा रचित रचनाएं ना केवल मन में गुदगुदी पैदा करती थीं बल्कि वह समाज के यथार्थ से भी रूबरू कराती थीं। हरिशंकर परसाई अपनी रचनाओं के माध्यम से तत्कालीन राजनीतिक और सामाजिक व्यवस्था पर कटाक्ष के लिये जाने जाते हैं। उन्होंने अपनी रचनाओं के द्वारा मध्यमवर्गीय व्यक्ति की व्यथा को उकेरा है।
हरिशंकर परसाई के अतिरिक्त श्रीलाल शुक्ल भी हिंदी साहित्य में आरंभिक दौर में अपनी व्यंग्यात्मक रचनाओं के लिए जाने जाते हैं।
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