सहजीवी नाइट्रोजन स्थिरीकरण से आप क्या समझते हैं?
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I DID NOT KNOWN THE ANSWER I WILL ANSWER YOU LATER PLEASE MARK AS BRAINLIAST
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इन्हें नाइट्रोजन यौगिकीकरण जीवाणु कहा जाता है. नाइट्रोजन का
162: जैविक यौगिकीकरण (स्थिरीकरण) इन जीवाणुओं में उपस्थित एक एंजाइम द्वारा संभव हो पाता है जिसे नाइट्रो-~जिनेस कहा जाता है.
163: भूमि में नाइट्रोजन की कमी को कुछ हद तक दूर करने में जीवाणुओं द्वारा नाइट्रोजन स्थिरीकरण का महत्वपूर्ण योगदान होता है.
164: भूमि में मुख्यत: दो प्रकार के जीवाणु पाए जाते हैं जो नाइट्रोजन का यौगिकीकरण करने में सक्षम होते हैं.
165: इनमें एक वे हैं जो भूमि में स्वतंत्र रूप से रहते हैं और दूसरे वे जो सामान्यत: दलहनी पौधों की जड़ों में ग्रंथिकाओं में रह कर नाइट्रोजन का स्थिरीकरण करते हैं.
166: दूसरे प्रकार के जीवाणु सहजीवी नाइट्रोजन यौगिकीकरण प्रक्रिया द्वारा वातावरण की नाइट्रोजन को अमोनिया के रूप में पौधों को उपलब्ध कराते हैं.
167: ये सहजीवी जीवाणु पौधों की जड़ों में ग्रंथिकाओं में बढ़ते तथा गुणन करते हैं.
168: अपनी बढ़त के लिए ये जड़ों से कार्बोहाइड्रेट तथा खनिज भोजन के रूप में पाते हैं.
169: वायुमंडल की नाइट्रोजन का उपयोग करके ये प्रोटीन -नाइट्रोजन युक्त कार्ब-~निक पदार्थ बनाते हैं जो पौधों की नाइट्रोजन की जरूरत को पूरा करते हैं.
170: नाइट्रोजन स्थिरीकरण जीवाणु के न होने पर दलहनी फसलों की जड़ों में ग्रंथिकाएं नहीं बनती और न ही वायु-~मंडल की नाइट्रोजन का कोई लाभ पौधों को मिल पाता है.
171: जीवाणु की तीन प्रजातियां हैं जो इस प्रक्रम के लिए सक्षम हैं.
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