Hindi, asked by sahotamishu77, 9 days ago

सहर्ष स्वीकारा है कविता में कवि की आत्मा कैसी दी गई है​

Answers

Answered by tahirak826
2

Answer:

सहर्ष स्वीकारा है' नामक कविता से अवतरित है। कवि अपने विशिष्ट प्रिय को संबोधन कर कह रहा है कि अब उसके जीवन का वह पड़ाव आ पहुँचा है कि जो ममता रूपी कोमलता कभी उसके हृदय को स्पर्श करते ही आनंद विभोर कर देती थी, जिसमें डूबकर वह आनंदमग्न हो सब कुछ विस्मृत कर देता था।

Similar questions