Hindi, asked by Sainikprice, 1 year ago

sainik manchitr ki paribhash Kya hai anw

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Answered by GauriPadukon
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मानचित्र में शब्दों द्वारा कम से कम वस्तुस्थिति या तथ्य का आलेख होता है और उनके स्थान पर विविध विधियों का उपयोग होता है। उन विविध विधियों तथा चिह्नों को सामूहिक रूप से मानचित्र की भाषा की संज्ञा दे सकते हैं। इस भाषा के निम्नलिखित प्रमुख तत्व हैं:

पैमाना

मानचित्र में पृथ्वी या उसके खंड को छोटे रूप में प्रदर्शित करते हैं। अत: पृथ्वी तथा मानचित्र के मध्य जो आनुपातिक संबंध होता है, उसे पैमाने द्वारा प्रदर्शित करते हैं। पैमाने दो प्रकार के होते हैं : दीर्घ तथा लघु। दीर्घ पैमाने में दो बिंदुओं के मध्य की दूरी अपेक्षाकृत अधिक होगी। अत: दीर्घ पैमाने का मानचित्र लघु पैमाने के मानचित्र के अपेक्षा कम क्षेत्र घेरेगा, किंतु उसमें अधिक तथ्यों का समावेश स्पष्टतर ढंग से होगा। छोटे पैमाने में दो बिंदुओं की दूरी समीपतर होगी और अपेक्षाकृत कम या प्रमुख तथ्यों का ही समांकन ऐसे मानचित्रों में संभव है। पैमाने का चुनाव निम्नलिखित बातों पर निर्भर करता है : (क) मानचित्रित क्षेत्र का कुल क्षेत्रफल, (ख) कागज का विस्तार, (ग) अंकित किए जानेवाले तथ्यों की संख्या एवं (घ) मानचित्र का प्रयोजन। पैमाना प्रत्येक मानचित्र पर अवश्य अंकित रहना चाहिए। पैमाने तीन विधियों से प्रदर्शित किए जाते हैं, किंतु सभी विधियाँ प्रत्येक मानचित्र पर नहीं दिखलाई जाती : अ. साधारण विवरण द्वारा या लिखकर, जैसे 4 इंच = 1 मील; ब. रेखा द्वारा (इस विधि में सीधी रेखा को कई समान भागों में विभाजित करते हैं, जिनके बीच की दूरी धरातल पर के बिंदुओं की दूरी प्रदर्शित करती है। रेखा को प्राय: प्रमुख तथा गौण विभागों में विभाजित करते हैं), स. अनुपात द्योतक या प्रतिनिधि भिन्न द्वारा (representation), (इस विधि में दो बिंदुओं की दूरी तथा मानचित्रित भूखंड पर के संगती बिंदुओं की दूरी के अनुपात के ऐसी भिन्न द्वारा प्रदर्शित करते हैं, जिसका अंश एक रहता है और हर भी उसी माप की इकाई होता है। ऐसी भिन्न को घोतक भिन्न कहते हैं। 1/100 द्योतक भिन्न का अर्थ होगा कि पृथ्वी पर की प्रत्येक 100 इकाइयों का प्रदर्शन मानचित्र पर उसकी एक इकाई द्वारा किया गया है। चाहे उक्त इकाइयाँ, इंच, फुट, गज में हों अथवा सेंटीमीटर, मीटर में अथवा माप की अन्य इकाइयों में)

द्योतक भिन्न पैमाने का सबसे बड़ा लाभ यह है कि इससे अज्ञात भाषा के मानचित्र पर अंकित दो बिंदुओं की दूरी और पृथ्वी के आनुपातिक संबंध को ज्ञात किया जा सकता है। साधारण विवरण के पैमाने को द्योतक भिन्न मेें तथा द्योतक भिन्न को साधारण विवरण के पैमाने में परिवर्तित किया जा सकता है।

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