Biology, asked by priyankarathore5537, 9 months ago

सक्रिय व निष्क्रिय प्रतिरक्षा में अन्तर लिखिए। अथवा
विषाणुजनित हिपेटाइसिस रोग क्या हैं?

Answers

Answered by basavaraj5392
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Explanation:

मानव प्रतिरक्षी तंत्र में दो स्तर की प्रतिरक्षी क्षमता होती है: विशिष्ट और गैर-विशिष्ट प्रतिरक्षी क्षमता। गैर-विशिष्ट प्रतिरक्षी क्षमता, जिसे अंतर्जात गैर-विशिष्ट प्रतिरक्षी क्षमता भी कहते हैं, के जरिए मानव शरीर अपने आप को ऐसे बाहरी पदार्थों से रक्षा करता है जो कथित रूप से हानिकाकर माने जाते हैं। वायरस जितने सूक्ष्म कीटाणु और जीवाणु पर हमले हो सकते हैं, जैसे बड़े सूक्ष्मजीवी होते हैं जैसे कृमि। इन सीक्ष्मजीवियों को समग्र रूप से पैथोजन कहा जाता है जब वे होस्ट में रोग पैदा करते हैं।

सभी जंतुओं में अंतर्जात प्रतिरक्षी क्षमता होती है जो सामान्य पैथोजन के खिलाफ सुरक्षा प्रदान करती है। सुरक्षा की इन पहली लाइनों में बाहरी अवरोध जैसे त्वचा और म्युकस झिल्ली शामिल हैं। जब पैथोजन बाहरी अवरोधों को पार करता है, उदाहरण के लिए त्वचा के जख के जरिए या सांसों के जरिए फेफड़े में जाने पर, वे गंभीर नुकसान पैदा कर सकते हैं।

कुछ सफेद रक्त कोशिकाएं (फैगोसाइट्स) उन पैथोजंस के साथ मुकाबला करती हैं जो इसे तीव्र बाह्य रक्षा बनाते हैं। फैगोसाइट किसी पैथोजन के चारों ओर से घेरता है, इसे अंदर लेता है, और इसे निष्क्रिय करता है।

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