सकर्मक क्रिया की परिभाषा , उसके उदाहरण तथा उसके भेद के नाम क्या है?
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Explanation:
सकर्मक क्रिया
जिस क्रिया में कर्म का होना ज़रूरी होता है वह क्रिया सकर्मक क्रिया कहलाती है। इन क्रियाओं का असर कर्ता पर न पड़कर कर्म पर पड़ता है। सकर्मक अर्थात कर्म के साथ।
सकर्मक क्रिया के उदाहरण :
- रमेश फल खाता है।
- सुदर्शन गाडी चलाता है।
- मैं बाइक चलाता हूँ।
- रमा सब्जी बनाती है।
- सुरेश सामान लाता है।
सकर्मक क्रिया के भेद :
एककर्मक क्रिया : जिस क्रिया में एक ही कर्म हो तो वह एककर्मक क्रिया कहलाती है। जैसे: तुषार गाडी चलाता है। इसमें चलाता(क्रिया) का गाडी(कर्म) एक ही है। अतः यह एककर्मक क्रिया के अंतर्गत आएगा।
द्विकर्मक क्रिया : जिस क्रिया में दो कर्म होते हैं वह द्विकर्मक क्रिया कहलाती है। पहला कर्म सजीव होता है एवं दूसरा कर्म निर्जीव होता है।
जैसे: श्याम ने राधा को रूपये दिए। ऊपर दिए गए उदाहरण में देना क्रिया के दो कर्म है राधा एवं रूपये। अतः यह द्विकर्मक क्रिया के अंतर्गत आएगा।
Answer: in english it means transitive verbs
Explanation:
सकर्मक क्रिया यानि जिस वाक्य में करता, कर्म तथा क्रिया हो उसे सकर्मक क्रिया कहते है।
उदा. मैंने टेबल पर पुस्तक रखी।