sakarmak Kriya akarmak Kriya ka udharan dijiye
Answers
AnsweR :-
➡क्रिया – जिस शब्द के माध्यम से वाक्य में कार्य के होने या करने का बोध होता है उसे क्रिया कहते हैं
जैसे- राम दौड़ रहा है
सीता खाना बना रही है
क्रिया के भेद (कर्म के आधार पर)
1. सकर्मक क्रिया
2. अकर्मक क्रिया
➡परिभाषा – वाक्य में ऐसी क्रिया जिन्हें अर्थ को स्पष्ट करने के लिए कर्म की आवश्यकता होती है, उसे सकर्मक क्रिया कहते हैं| जैसे –
मोहन क्या पढ़ता है?
उत्तर – पुस्तक (कर्म)
अकर्मक क्रिया ( Akarmak Kriya )
➡परिभाषा -वाक्य में ऐसी क्रिया जिसे अर्थ को स्पष्ट करने के लिए कर्म की आवश्यकता नही पड़ती, उसे अकर्मक क्रिया कहते है।
– यहां कोई कर्म नहीं हो रहा है
कुछ क्रियाएं व्यक्ति स्वयं भी करता है|
जैसे – सोना, जागना, रोना, आदि |
Answer:
सकर्मक क्रिया उस प्रकार की क्रिया होती है जिसमें कर्ता द्वारा किया गया कार्य किसी अन्य चीज को प्रभावित करता है, तो वहां पर सकर्मक क्रिया होती है।
अकर्मक क्रिया वहां पर होती है जहां कर्ता द्वारा किया गया कार्य किसी अन्य चीज को प्रभावित नहीं करता है।
Explanation: