सकता। मैं उसे खोज निकालूँगा और पैरों पर गिरकर अपना अपराध क्षमा कराऊँगा। यह कुछ लेगा नहीं, यह जानता हूँ, उसका जन्म यश की वर्षा करने ही के लिए हुआ है। उसकी सज्जनता ने मुझे ऐसा आदर्श दिखा दिया है, जो अब से जीवन-पर्यन्त मेरे सामने रहेगा। उपर्युक्त गद्यांश का सन्दर्भ लिखिए। रेखांकित अंश की व्याख्या कीजिए। ग्लानि किसको हो रही थी? डॉ० चड्ढा किस आदर्श पर जीवन भर चलने का संकल्प लेते हैं? निम्नलिखित पद्यांश की सन्दर्भ सहित व्याख्या करते हुए
Answers
Answered by
0
Answer:
sorry I am so much bussy person
Similar questions