सखियों का सार प्रति पात के रूप में लिखिए।class 10 Hindi B
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Explanation:
साहित्य का इतिहास बहुत पुराना है , हिन्दी साहित्य का द्वितीय चरण भक्तिकाल के नाम से जाना जाता है। भक्ति काल को सवर्णयुग के नाम से जाना जाता है। इस युग में दो धाराएं चली निर्गुणधारा और सगुणधारा। निर्गुणधारा में संत काव्य धारा व सुफी काव्य धारा शामिल थी। सगुणधारा में रामकाव्यधारा व कृष्णकाव्यधारा शामिल थी। प्रस्तुत शोध का विषय संत काव्यधारा के प्रमुख समाज सुधारक कवि कबीर दास हैं। कबीरदास का जन्म 1398 ई . में हुआ। ये जाति से जुलाहा थे और काशी में रहते थे। इनकी पत्नी का नाम लोई था। कबीर के पुत्र का नाम कमाल व पुत्री का नाम कमाली था। ये सिकन्दर लोधी के समकाली थे। इनके गुरू का नाम रामानन्द था। संत कवि कबीरदास निरक्षर थे। इनके निम्न दोहे से स्पष्ट है कि वे निरक्षर थे।