Hindi, asked by pihusahare6, 6 months ago

sakhi summary in hindi ​

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Answered by Rishukumar123
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Answer:

व्याख्या - कबीरदास जी प्रस्तुत दोहे में कहते हैं कि मनुष्य सांसारिक भाव भाधाओं में उलझा रहता है . उसे सुख की तलाश हमेशा रहती है . वह दिन -रात सुख की तालाश करता रहता है . लेकिन फिर में उसे सच्चे सुख की प्राप्ति नहीं होती है , वह सपने में भी सुख - शान्ति की तलाश करता रहता है .

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Answered by Anonymous
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Answer:

\huge\green\star\underbrace\mathtt{\underline{\underline{answer}}}

\blue\star \: Saakhi (साखी) ChapterExplanation - पाठ व्याख्या ऐसी बाँणी बोलिये ,मन का आपा खोइ। अपना तन सीतल करै ,औरन कौ सुख होइ।। व्याख्या -: इसमें कबीरदास जी कहते है कि हमें अपने मन का अहंकार त्याग कर ऐसी भाषा का प्रयोग करना चाहिए जिसमे हमारा अपना तन मन भी सवस्थ रहे और दूसरों को भी कोई कष्ट न हो अर्थात दूसरों को भी सुख प्राप्त हो।{\tex}

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