"समाज की बदलती छवी (खान -पान , वेशभूषा , रहन सहन, विचारधारा )" पर लेख लिखिए
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दुनिया के बड़े-बड़े अर्थशास्त्री लगातार कई सालों से यह कहते आ रहे हैं कि जैसे-जैसे लोगों की जीवनशैली और आर्थिक स्थिति में बदलाव आएगा वैसे ही हमको उनके खानपान में बदलाव नजर देखने को मिलेगा इसके साथ ही यह भी अनुमान लगाया जा रहा है कि मीट अंडे और फास्ट फूड का प्रयोग लोगों के बीच अधिक हो जाएगा। इस बड़े बदलाव के कई कारण हैं और इस में से सबसे बड़ा कारण तो यह है कि दुनिया की सभी फूड इंडस्ट्रीज अपनी बाजार में पैठ बनाने के लिए यह सारी कंपनियां पौष्टिक खाद्य से खाने वाले सामानों के बजाय फास्ट फूड बनाने पर ध्यान केंद्रित कर रही हैं, जिसे लोगों के द्वारा तुरंत सेवन किया जा सके।
बीमारियों में हुआ जबरदस्त इजाफा-
यह बात बिल्कुल सही है कि सुबह के नाश्ते में लोगों द्वारा प्रयोग किए जा रहे जंक फूड के कारण दुनिया भर के लोगों में बीमारियों का जबरदस्त इजाफा देखा गया है। दरअसल जंक फूड में चीनी का मात्रा काफी ज्यादा रहता है और इसके सेवन करने से लोगों में मोटापा की बीमारियों में जबरदस्त बढ़ोतरी देखी गई है। भारतीय संस्कृति में शुरू से ही खानपान को लेकर बहुत से सावधानियां बरतने को कही गई हैं लेकिन इस देश के लोगों का दुर्भाग्य है कि उन्होंने अपनी संस्कृति को छोड़ पश्चिम की संस्कृति को अपने जीवन में उतार लिया है
आज के आधुनिक भारतीय संस्कृति में पश्चिमी संस्कृति का हर जगह अनुभव कर सकते हैं पहले के लोग खादी पहनते थे वहीं अब जींस का चलन ऐसा चला है कि लोग खादी को भूल चुके हैं वहीं औरतों की बात करें तो साड़ी छोड़ कर स्कर्ट पहनना ज्यादा पसंद कर रही हैं.