समाज के हरिहर काका जैसे व्यक्तियों के संरक्षण किस तरह हो सकता है अपने सुझाव दीजिए
Answers
Answer: समाज में हरिहर काका जैसे लोगों को बहुत कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है | वे एक ऐसे दौर से गुजरते हैं जहां ना उनके साथ समाज होता है ना उनके अपने परिवारजन | इन दोनों विभागों के लोग केवल अपनी स्वार्थ सिद्धि के लिए हमेशा हरिहर काका जैसे लोगों का शोषण करते हैं | हरिहर काका अपनी जीवन की चिंता करे बगैर केवल अपनी जमीन को बचाने के लिए इतनी सारा शोषण को सहते रहे | हरिहर काका को अपनी जमीन का लोभ नहीं था परंतु वे शोषण सहते रहे क्योंकि वे अपनी बाकी रहित जिंदगी को बदतर नहीं होने देना चाहते थे | हरिहर काका जैसे लोगों का संरक्षण केवल इसी प्रकार से हो सकता है कि वह अपनी वसीयत किसी को ना लिखें और अपनी संपत्ति को अपने साथ तब तक रखें जब तक उनकी जिंदगी शेष नहीं हो जाती | ऐसा करने पर लोग स्वार्थ सिद्धि के लिए ही सही पर उनकी फिक्र करते हैं | अगर वे अपनी संपत्ति बहुत ही पहले अपने परिवार जन या किसी और के नाम लिख देते तो उन्हें कोई और नहीं पूछता और उनकी जीवन कुत्तों की भांति हो जाती | इसलिए लेखक द्वारा दिया गया सुझाव ही सबसे महत्वपूर्ण एवं सटीक है |