. समाजवादी विचारधारा के प्रवर्तक कौन थे?
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Answer:
साम्यवाद, कार्ल मार्क्स और फ्रेडरिक एंगेल्स द्वारा प्रतिपादित तथा साम्यवादी घोषणापत्र में वर्णित समाजवाद की चरम परिणति है। साम्यवाद, सामाजिक-राजनीतिक दर्शन के अंतर्गत एक ऐसी विचारधारा के रूप में वर्णित है, जिसमें संरचनात्मक स्तर पर एक समतामूलक वर्गविहीन समाज की स्थापना की जाएगी।
Answer:
मनबेंद्र नाथ रॉय एक भारतीय क्रांतिकारी, कट्टरपंथी कार्यकर्ता होने के साथ-साथ एक प्रमुख दार्शनिक भी हैं। उनका असली नाम नरेंद्र नाथ भट्टाचार्य था। उन्हें "समाजवाद का अग्रणी" भी कहा जाता था।
Explanation:
समाजवाद को एक आर्थिक प्रणाली के रूप में परिभाषित किया जाता है जिसमें उत्पादन के साधनों का स्वामित्व व्यक्तियों के पास नहीं होता है, बल्कि समाज के पास होता है ताकि सभी सृजित धन में अधिक स्वतंत्र रूप से भाग ले सकें।वह भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के संस्थापक थे। वह साल की उम्र में एक भूमिगत संगठन अनुशीलन समिति में शामिल हो गए और एक उग्रवादी कार्यकर्ता बन गए। उन्होंने जतिन मुखर्जी के नेतृत्व में युगांतर संस्था को संगठित करने में भी मदद की, जिसकी उन्होंने जीवन भर प्रशंसा की।