सम्मालत सभा
13.
मम्मट के शिवेतर का अभिप्राय है अनिष्ट काम अर्थ हानि
(A) दडी
(B) पडित जगन्नाथ का
(C) भामह
(D) चितामणि
Answers
Answered by
3
सही प्रश्न इस प्रकार होगा...
मम्मट के शिवेतर का अभिप्राय है...
अनिष्ट
काम
अर्थ
हानि
सही उत्तर होगा...
➲ अनिष्ट
✎... मम्मट के अनुसार छः काव्य प्रयोजन होते हैं, जो कि इस प्रकार हैं...
यश, अर्थ, व्यवहार ज्ञान, शिवेतरक्षति, संघ पर निवृति, कांता सम्मलित आदि।
मम्मट के शिवेतर का अर्थ है अमंगल और क्षतये का अर्थ है, विनाश। अर्थात काव्य अमंगल का विनाश करता है और वह कल्याण का विधान करता है।
अपने युग और समाज को अनिष्ट से बचाने के लिए कवि समय-समय पर काव्य रचनायें करते रहे हैं। यहाँ पर शिवेतरक्षति से अभिप्राय अनिष्ट से रक्षा करना ही है
○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○
Answered by
25
option a is correct ¡!!!!¡
Similar questions