समानांतर (पैरलल) और क्रम (सीरियल) पोर्ट में क्या अंतर है? वे कम्प्यूटर सिस्टम के लिए क्यों आवश्यक हैं?
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संगणन हार्डवेयर का इतिहास कंप्यूटर हार्डवेयर को तेज, किफायती और अधिक डेटा भंडारण में सक्षम बनाने के लिए चल रहे प्रयासों का एक रिकॉर्ड है।
संगणन हार्डवेयर का विकास उन मशीनों से हुआ है जिसमें हर गणितीय ऑपरेशन के निष्पादन के लिए, पंच्ड कार्ड मशीनों के लिए और उसके बाद स्टोर्ड प्रोग्राम कम्प्यूटरों के लिए अलग मैनुअल कार्रवाई की आवश्यकता होती है। स्टोर्ड प्रोग्राम कंप्यूटरों के इतिहास का संबंध कंप्यूटर आर्किटेक्चर यानी इनपुट और आउटपुट को निष्पादित करने, डेटा संग्रह के लिए और एक एकीकृत यंत्रावली के रूप में यूनिट की व्यवस्था से होता है (दाएं ब्लॉक आरेख को देखें). दूसरे, यह इलेक्ट्रॉनिक घटकों और यांत्रिक उपकरणों का एक इतिहास है जो तीन इकाइयों से मिलकर बना है। अंत में हम आज के समाज के कई पहलुओं में 21वीं सदी के सुपर कंप्यूटरों, नेटवर्कों, व्यक्तिगत उपकरणों और एकीकृत कंप्यूटरों/संचारकों के सतत एकीकरण का वर्णन करते हैं। गति और स्मृति क्षमता में वृद्धि और शक्ति की गणना के संबंध में लागत एवं आकार में कमी इतिहास की प्रमुख विशेषताएं हैं।
"समानांतर (पैरलल) और क्रम (सीरियल) पोर्ट में जो अंतर है वो और वे कम्प्यूटर सिस्टम के लिए क्यों आवश्यक हैं वो बर्णन किया गया है-
समानांतर (पैरलल) और क्रम (सीरियल) पोर्ट में अंतर-
• एक समानांतर पोर्ट सामानांतर रूप से डाटा की एक बाइट का 8 बिट्स प्रेषित करती है क्योंकि इसमें आई/ओ डिवाइस के नियंत्रण के लिए 8 अथबा अधिक डाटा लाइन होती है।
• एक क्रमिक पोर्ट एक बार में एक बाइट के 1 बिट को बिट्स की एक धारा के रूप में प्रेषित करता है।
कम्प्यूटर सिस्टम में समानांतर (पैरलल) और क्रम (सीरियल) पोर्ट का अबश्यकता-
• समानांतर पोर्ट का उपयोग कम दूरी पर तेजी से भेज जाने वाले डाटा को प्रेषित करने के लिए किया जाता है क्योंकि बहुत से सिग्नलों में रोध के कारण केबल अपेक्षाकृत छोटी दुरी तक सीमित हो जाती है।
• क्रमिक पोर्ट धीमी गति के डाटा को अधिक दुरी पर प्रेषित करने के लिए है। फ़ोन पर बातचीत करना क्रमिक संप्रेषण की उदहारण है।
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