Social Sciences, asked by JENILCHHOTALA, 11 days ago

समानता के मुद्दे लोकतंत्र के लिए केंद्रीय है? कथन स्पष्ट करें​

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Answered by Anonymous
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Answer:

लोकतंत्र (लोकतन्त्र) (संस्कृत: प्रजातन्त्रम् ) (शाब्दिक अर्थ "लोगों का शासन", संस्कृत में लोक, "जनता" तथा तंत्र, "शासन",) या प्रजातंत्र (प्रजातन्त्र) एक ऐसी शासन व्यवस्था और लोकतांत्रिक (लोकतान्त्रिक) राज्य दोनों के लिये प्रयुक्त होता है। यद्यपि लोकतंत्र (लोकतन्त्र) शब्द का प्रयोग राजनीतिक संदर्भ (सन्दर्भ) में किया जाता है, किंतु (किन्तु) (लोकतंत्र) का सिद्धांत (सिद्धान्त) दूसरे समूहों और संगठनों के लिये भी संगत है। मूलतः लोकतंत्र (लोकतन्त्र) भिन्न-भिन्न सिद्धांतों (सिद्धान्तों) के मिश्रण बनाती हैै।

Explanation:

लोकतंत्र (लोकतन्त्र) एक ऐसी शासन प्रणाली है, जिसके अंतर्गत (अन्तर्गत) जनता अपनी स्वेच्छा से चुनाव में आए हुए किसी भी दल को मत देकर अपना प्रतिनिधि चुन सकती है, तथा उसकी सत्ता बना सकती है। लोकतंत्र (लोकतन्त्र) दो शब्दों से मिलकर बना है ,लोक + तंत्र (तन्त्र) लोक का अर्थ है जनता तथा तंत्र (तन्त्र) का अर्थ है शासन

1. चुनावों में मतदान

2. राजनीतिक दलों की सदस्यता

3. चुनावों मे अभियान कार्य

4. राजनीतिक दलों की गतिविधियों में शिरकत

5. संघों, स्वैच्छिक संगठनों और गैर-सरकारी संगठनों जैसे दबाव तथा लॉबिंग समूहों की सदस्यता और सक्रिय साझेदारी

6. प्रदर्शनों में उपस्थिति

7. औद्योगिक हड़तालों में शिरकत (विशेषकर जिनके उद्देश्य राजनीतिक हों अथवा जो सार्वजनिक नीति को बदलने अथवा प्रभावित करने को अभिप्रेत हों)

8. सविनय अवज्ञा आन्दोलन में भागीदारी, यथा- कर चुकाने से इन्कार इत्यादि

9. उपभोक्ता परिषद् की सदस्यता

10. सामाजिक नीतियों के क्रियान्वयन में सहभागिता

11. महिलाओं और बच्चों के विकास, परिवार नियोजन, पर्यावरण संरक्षण, इत्यादि सामुदायिक विकास के कार्यों में भागीदारी, इत्यादि।

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