सम्रपवतियोभना विन
रियार लोक नर्त्य दोन मृत्यू से डरी कभी
गरी, परन्तु में मेरी याद जो के भी
हुई न यो मनृत्य तो वृथा मेरे वृथा जिन्न ।
मरानही वी कि जो जिया ने आपके लिष्ठ
वटी पर पूवति आप आप ही चरे॥
की मुख्य है जो मडक्य के निम मेरे।
Answers
Answered by
0
Answer:
please write the question in English I can't understand what you have written
Similar questions