समांतर-संबद्ध दिये गए दो प्रतिरोधकों का तुल्य प्रतिरोध ज्ञात कर लिखें।
Answers
Answered by
21
Answer:
प्रतिरोध के प्रतिरोध को समांतर क्रम में संयोजित किया जाए तो समतुल्य प्रतिरोध R का मान निम्नलिखित सूत्र द्वारा दिया जाएगा। 1R=1R1+1R2+1R3+…. अर्थात, समतुल्य प्रतिरोध का व्युत्क्रम अलग-अलग प्रतिरोधों के व्युत्क्रमों के योग के बराबर होता है।
Answered by
7
Explanation:
- प्रतिरोध के प्रतिरोध को समांतर क्रम में संयोजित किया जाए तो समतुल्य प्रतिरोध R का मान निम्नलिखित सूत्र द्वारा दिया जाएगा। 1R=1R1+1R2+1R3+…. अर्थात, समतुल्य प्रतिरोध का व्युत्क्रम अलग-अलग प्रतिरोधों के व्युत्क्रमों के योग के बराबर होता है।
- प्रतिरोधों के समान्तर क्रम संयोजन में सभी प्रतिरोधों के सिरों पर विभवांतर समान रहता है।
- जब दो या दो से अधिक प्रतिरोधों को इस प्रकार से संयोजित किया जाए की प्रत्येक प्रतिरोध के सिरों पर विभवांतर का मान समान हो , प्रतिरोधों के इस प्रकार के संयोजन को समांतर क्रम संयोजन कहते है।
Similar questions
CBSE BOARD XII,
7 days ago
Political Science,
7 days ago
Biology,
7 days ago
CBSE BOARD X,
15 days ago
English,
15 days ago
Math,
8 months ago
Geography,
8 months ago