History, asked by abad82497, 5 hours ago

समुंदर से प्राप्त उर्जा की क्या हानियां है​

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Answered by garapatiprabhavati24
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Answer:

उष्णकटिबंधीय देश होने के कारण भारत में सतह के पानी और गहरे समुद्र के बीच तापमान में लगातार भिन्‍नता उपलब्ध रहती है। इस ग्रेडिएंट को एक साथ बिजली और ताजा पानी उत्पन्न करने के लिए इस्तेमाल किया जा सकता है। इस पद्धति का उपयोग करते हुए, लक्षद्वीप के कावाराती द्वीप में विलवणीकरण को सफलतापूर्वक कार्यान्वित किया गया और इसका प्रदर्शन 1000 मी जल गहराई में बार्ज नौबंध और कंडेसर अस्‍वीकृत जल का प्रयोग करते हुए ऊर्जा संयंत्र में किया गया। अब तटीय मुख्य भूमि में पानी की जरूरतों को पूरा करने के लिए बड़ी क्षमता वाले एक फ्लोटिंग अपतटीय संयंत्र का प्रयास किया जाना है। इस के लिए उद्योग की भागीदारी का अनुरोध पहले से ही किया गया है और डिजाइन के पहले चरण को लागू करने की दिशा में कदम उठाए गए हैं। समुद्र धाराओं से समानांतर विद्युत दोहन की दिशा में, तरंग ऊर्जा के दोहन के लिए विद्युत मॉड्यूल की बढ़ती दक्षता और ताप ग्रेडिएंट से बिजली के टर्बाइनों का विकास करने का कार्य प्रगति पर है।

देश के सामने आने वाली बिजली और पानी की भारी कमी के कारण, इन क्षेत्रों में व्यापक अध्ययन की मांग है।

सौर अलवणीकरण पर अनुसंधान एक ऐसे स्तर तक पहुँच गया है जहां प्रदर्शन संयंत्र चुनिंदा इलाकों में स्थापित किए जा रहे हैं।

क) उद्देश्‍य:

बड़े पैमाने पर फ्लोटिंग विलवणीकरण संयंत्र का कार्यान्वयन ।

उत्तरी चेन्नई तापीय विद्युत संयंत्र में अपशिष्‍ट ताप का उपयोग करके निम्‍न तापमान तापीय विलवणीकरण प्रौद्योगिकी का उपयोग करते हुए स्‍वच्‍छ जल को तैयार करना।

एलटीटीडी संयंत्रों को चलाने या छोटे भार चलाने के लिए या तरंग ऊर्जा संयंत्रों की क्षमता बढ़ाने के लिए ओटीईसी / तरंग ऊर्जा की ओर टर्बाइनों का विकास।

विलवणीकरण और ऊर्जा रूपांतरण के लिए ताप विनिमय जैसे घटकों पर सैद्धांतिक और प्रायोगिक अध्ययन।

विद्युत लोड या छोटे द्वीपों की प्रकाश आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए एक फ्लोटिंग तरंग संचालित उपकरण स्थापित करना।

घटकों के इष्‍टमीकरण के लिए सैद्धांतिक, प्रयोगात्मक और क्षेत्र डेटा का सृजन और अक्षय ऊर्जा की निकासी और सौर अलवणीकरण सहित मीठे पानी के व्यावसायीकरण की दिशा में समुचित अभिग्रहण।

कार्यरत द्रव, टर्बाइन, बिजली संयंत्र घटकों का चयन और ताप ग्रेडिएंट के साथ संबंधित प्रायोगिक अध्ययन।

हाइड्रो काइनेटिक महासागर धारा टर्बाइन और तरंग टर्बाइनों का विकास जो भारतीय तटों पर विद्युत उत्पादन के लिए अनुकूल हैं।

विश्लेषणात्मक मॉडलिंग, संख्यात्मक मॉडलिंग, प्रयोगात्मक तुलना सहित हीट एक्सचेंजर्स, टर्बाइन आदि का डिजाइन और प्रदर्शन अध्ययन।

तटीय बिजली संयंत्र में औद्योगिक तथा पीने के पानी की जरूरतें पूरी करने के लिए एक बेहतर बिजली संयंत्र विलवणीकरण प्रौद्योगिकी का डिजाइन, विकास और स्थापना और कमीशनिंग।

देश के तटीय और ग्रामीण क्षेत्रों में वाणिज्यिक कार्यान्वयन के लिए तकनीकी-किफायती सौर विलवणीकरण इकाइयों का विकास।

Explanation:

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