समावेशी शिक्षा के प्रवर्तक
थे।
2- In tri-language formula the first language is
त्रिभाषा सूत्र के अन्तर्गत पहली भाषा.
होती है।
class children
3- Mid-Day Meal scheme is for
मध्याह्न भोजन योजना.
कक्षा के बच्चों के लिए है।
was the director of Calcutta University Commission.
कलकत्ता विश्वविद्यालय आयोग के अध्यक्ष..
थे।
5- Common and
students are include in Inclusive Education.
समावेशी शिक्षा में सामान्य तथा..
छात्र सम्मिलित होते है
6- The director of Constituent Assembly Drafting Committee was
संविधान सभा की प्रारूप समिति के अध्यक्ष....
थे।
7-
Manifesto is known as the Magna-Corta of Indi
Answers
Answer:
समावेशी शिक्षा के प्रवर्तक
थे।
Answer:
दिए गए प्रश्न का उत्तर नीचे है-
Explanation:
2.त्रिभाषा सूत्र में कौन कौन सी भाषा है?
'त्रि-भाषा सूत्र' तीन भाषाएँ हिंदी, अंग्रेजी और संबंधित राज्यों की क्षेत्रीय भाषा से संबंधित है। इसे सर्वप्रथम राष्ट्रीय शिक्षा नीति, 1968 में एक आधिकारिक दस्तावेज़ के रूप में वर्गीकृत किया गया था।
3.मध्याह्न भोजन योजना.कक्षा के बच्चों के लिए है।
प्राथमिक कक्षाओं के बच्चों के लिए 150 ग्राम प्रति बच्चा प्रति स्कूल दिवस की दर से उच्च प्राथमिक कक्षाओं केऔर 100 ग्राम प्रति बच्चा प्रति स्कूल दिवस की दर से बच्चों के लिए भारतीय खाध निगम के निकटस्थ गोदाम से निःशुल्क खाद्यान्न की आपूर्ति।
4.कलकत्ता विश्वविद्यालय आयोग के अध्यक्ष. थे। ।
क्षमता की जाँच करने के लिए 14 सितम्बर, सन् 1917 को “कलकत्ता विश्वविद्यालय आयोग” की नियुक्ति की। इस आयोग का अध्यक्ष-लीड्स विश्वविद्यालय (Leads University) का उपकुलपति डा० माइकेल सैडलर (Michael Sadler) था।
5.समावेशी शिक्षा में सामान्य तथा..छात्र सम्मिलित होते है
शिक्षा का समावेशीकरण यह बताता है कि विशेष शैक्षणिक आवश्यकताओं की पूर्ति के लिए एक सामान्य छात्र और एक दिव्यांग को समान शिक्षा प्राप्ति के अवसर मिलने चाहिए।समावेशी कक्षा में सामान्य और विशिष्ट दोनों प्रकार के छात्र सम्मिलित होते हैं। समावेशी शिक्षा विशेष विद्यालय या कक्षा को स्वीकार नहीं करती।।
6.संविधान सभा की प्रारूप समिति के अध्यक्ष थे।
संविधान सभा की प्रारूप समिति के अध्यक्ष आंबेडकर थे।
7.घोषणापत्र को भारतीयों के शॉर्टकट के रूप में जाना जाता है
मेनिफेस्टो को हिंदी में क्या कहते हैं?
घोषणापत्र स्वरूप प्रायः राजनीतिक होता है किन्तु यह जीवन के अन्य क्षेत्रों से भी सम्बन्धित हो सकता है।सार्वजनिक रूप से अपने सिद्धान्तों एवं इरादों (नीति एवं नीयत) को प्रकट करना घोषणापत्र (manifesto') कहलाता है।