Samaas vighra kare aur samaas ka naam likhe
1) yathaniyam
2) nitinipun
3) prasanganukul
Answers
2)नीति निपुण --->नीति में निपुण (samas vigrah) ---> तत्पुरुषसमास (samas ka bhed)
3)प्रसंगानुकूल --> प्रसंग के अनुकूल(samas vigrah) ---> अव्ययीभाव समास(samas ka bhed)
1.यथानियम का समास विग्रह
समास विग्रह = सामासिक शब्दों के बीच के संबंध को स्पष्ट करना समास-विग्रह कहलाता है। विग्रह के बाद सामासिक शब्द गायब हो जाते हैं अथार्त जब समस्त पद के सभी पद को अलग – अलग करते हैं उसे समास- विग्रह कहते हैं।
यथानियम का समास विग्रह= नियम के अनुसार
यथानियम में अव्ययीभाव समास होता है |
अव्ययीभाव समास में पहला शब्द अव्यय होता है बाद का शब्द कोई संज्ञा शब्द होता है। अव्यय और संज्ञा के योग से बनता है और इसका क्रिया विशेष के रूप में प्रयोग किया जाता है।
2.नीतिनिपुण का समास विग्रह = नीति में निपुण
नीतिनिपुण में अधिकरण तत्पुरुष समास होता है|
तत्पुरुष समास में कारक चिन्हों का प्रयोग होता है।
तत्पुरुष समास में आने वाले कारक चिन्हों को, से, के लिए, से, का/के/की, में, पर आदि|
3. प्रसंगानुकूल का समास विग्रह = प्रसंग के अनुकूल
प्रसंगानुकूल में सम्बन्ध तत्पुरुष होता है |
सम्बन्ध तत्पुरुष में इस समास में जल प्रधान है और 'का', 'के', 'की' संबंध कारक चिह्न का लोप है।
तत्पुरुष समास में कारक चिन्हों का प्रयोग होता है।
तत्पुरुष समास में आने वाले कारक चिन्हों को, से, के लिए, से, का/के/की, में, पर आदि|