Samaj ki jagrukta aur Sahi Disha ki zarurat hai is sandrbh Mein Ek anuchchhed likhiye
Answers
अनुच्छेद :
" समाज को जागरूकता और सही दिशा की
जरूरत है "
तत्कालीन परिस्थिति कुछ ऐसे बन पड़ी है
कि, समाज को जागरुकता और सही दिशा
की अत्यंत आवश्यकता हो चुकी है। लोग
किसी के भी बातों में आ जा रहे हैं , बिना
सोचे- समझे कोई भी फैसला कर रहे है ,
किसी के भी समर्थक हो रहे है , तो वहीं दूसरी
ओर किसी के भी विरोधी बन जा रहे है ।
आज के दौर में , लोगो को भटकाना आसान
हो गया है । कोई भी किसी के भी बातों में
आकर फस जा रहा है । ऐसा चलता रहा तो ,
समाज का पतन हो जाएगा । हर एक व्यक्ति
को ' सतर्क ' के साथ - ही - साथ ' जागरूक '
होना पड़ेगा । जागरूकता अगर हो तो , हमें
कोई भी बेहला - फुसला नहीं पाएगा । आज
जहां हिंसा का वातावरण फैल रहा है , वह यह
' जागरूकता ' ही काम आयेगी । इसके साथ
समाज में पनप रहें गंदगी , जो लोगो को गलत
जानकारी और सूचनाएं दे रहे है । हमें समाज
को एक नई दिशा देने की जरूरत है । हमें
उनको जागरूक करना चाहिए , ताकि समाज
में लोगों को कोई फुसला नहीं पाए । हिंसा के
दौर में , ' जागरूकता ' ही समाज को नया
मोड़ दे सकता है ।