Chemistry, asked by Bittu3261, 10 months ago

समझाइए कि क्यों-
(क) Na_2CO_3 का विलयन क्षारीय होता है।
(ख) क्षार धातुएं उनके संगलित क्लोराइडों के वैद्युत अपघटन से प्राप्त की जाती हैं।
(ग) पोटैशियम की तुलना में सोडियम अधिक उपयोगी है।

Answers

Answered by sarithavasa35
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Answer:

sorry I don't know the answer but if you write in English I can follow you

Answered by Dhruv4886
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समझाया गया है क्योँ -  

   क. Na2CO3 का बिलयन खरियो होता है-  

• Na2CO3 एक मृदु अम्ल कार्बोनिक एसिड( H2CO3) और एक शक्तिशाली खार सोडियम हाइड्रोकसाइड (NaOH) के बिक्रिया से बना हुआ एक लबन है। इसलिए इसका बिलयन खारीय होता है।

    Na2CO3 + H2O ----------- 2NaOH  

  ख. खार धातुओं उनके संगलित क्लोराइड के बैद्युत- अपघटन  से प्राप्त की जाती है-  

•  हाइड्रोजन से खार धातुओं का निर्वहन क्षमता ज्यादा होता है इसलिए खार धातुओं के संगलित क्लोराइड द्रबन जब बैद्युत-अपघटन किया जाता है तब कैथोड में खार धातु की जगह H2 उत्पन्न होता है, इसलिए खार धातु उनके संगलित क्लोराइड के बैद्युत अपघटन से प्राप्त की जाती है।

 ग.पोटैशियम की तुलना में सोडियम अधिक उपोयोगी है-

• पोटैशियम प्रकृति में सोडियम से कम मिलता है और पोटैशियम, सोडियम से ज्यादा बिक्रियाशील है इसलिए सोडियम ज्यादा उपोयोगी है।

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