Samastipur pad banaye partyake mah
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नवंबर, दिसंबर व जनवरी माह का नहीं मिला वेतन:
दिव्यांग बच्चों को समाज की मुख्यधारा से जोड़कर सरकारी सुविधाओं का लाभ दिलाने वाले वाले संसाधन शिक्षक-प्रखंड साधन सेवी को ससमय वेतन का भुगतान नहीं होने से योजना सुचारू रूप से चलाने में असुविधा हो रही है। बताया जाता है कि जिले में कार्यरत 25 संसाधन शिक्षकों को विगत नवंबर, दिसंबर व जनवरी माह का वेतन नहीं मिल सका है जबकि आधा फरवरी भी बीत चुका है। जिले में संसाधन शिक्षक व पुनर्वास विशेषज्ञ की कुल 96 पद स्वीकृत है। जिनमें 63 पदों पर 2011 में बहाली हुई थी। लेकिन अल्प मानदेय और किसी प्रकार की अन्य सरकारी सुविधा नहीं मिलने के कारण दिव्यांगता के क्षेत्र में कार्य कर रहे इन संसाधन शिक्षकों की संख्या धीरे-धीरे घटते हुए वर्तमान में सिर्फ 25 ही रह गई है। जिसके कारण दिव्यांग बच्चों के लिए चलाई जा रही योजना प्रभावित हो रही है। स्थिति यह है कि पूर्व में बहाल संसाधन शिक्षक पद छोड़कर अन्य कार्य कर अपना गुजारा कर रहे है। साल में इन संसाधन शिक्षकों को दो से तीन बार ही वेतन का भुगतान किया जाता है। इसके कारण वे आर्थिक तंगी से जूझ रहे है।
समावेशी शिक्षा कर्मी का कार्य व दायित्व:
बताया जाता है कि समावेशी शिक्षा कर्मी के तहत आने वाले संसाधन शिक्षक-प्रखंड साधन सेवी का कार्य जिले के दिव्यांग बच्चों की खोज कर विद्यालय से जोड़कर मुख्यधारा से जोड़ना, बाधा मुक्त शिक्षा की व्यवस्था करना, दिव्यांगता की जांच के लिए उन्हें शिविर में लाना, जांच शिविर में लाकर उन्हें सहायक उपकरण के लिए चयनित करवाना, नि:शक्तता प्रमाण-पत्र बनवाना, नि:शक्तता पेंशन की सुविधा दिलाना, बच्चों के अभिभावक को संकुल स्तरीय प्रशिक्षण दिलवाना, बच्चों की पहचान कर शैल्य चिकित्सा के लिए पटना भेजना, जिला स्तर पर दृष्टिबाधित बच्चों के लिए स्पर्श कार्यक्रम चलवाना, कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालय में पूर्ण दृष्टिबाधित बच्ची का नामांकन करना, श्रवण बाधित बच्ची को कस्तूरबा गांधी आवासी बालिका विद्यालय ताजपुर व विभूतिपुर में नामांकन कराना व नि:शक्त बच्चों को फिजियोथेरेपी से उपचार की व्यवस्था करना आदि कार्य व दायित्व है।
समावेशी शिक्षा कर्मियों ने की ससमय वेतन भुगतान की मांग:
समावेशी शिक्षा कर्मी मनीष कुमार, संजीव कुमार गुप्त, विवेक कुमार, प्रमोद कुमार, डॉ. नवीन कुमार, रंजना कुमारी, अनुपमा कुमारी, अजय कुमार, महेंद्र मौर्य, सुरेशचंद्र कश्यप, जनार्दन यादव, कमलेश यादव सहित सभी कर्मियों ने राज्य आयुक्त नि:शक्ता डॉ. शिवाजी कुमार को आवेदन दिया गया है। जिसमें वेतन की समस्या का समाधान करने की मांग की गई है। वहीं राज्य आयुक्त नि:शक्तता ने डीईओ को इन कर्मियों काे ससमय वेतन का भुगतान करने का निर्देश दिया है।
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