समय की बचत internate essay
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समय का हमारे जीवन में अति महत्वपूर्ण स्थान है समय सभी वस्तुओं से यहां तक कि धन से भी अधिक शक्तिशाली और अमूल्य वस्तु है यदि एक बार ये हमारे हाथ से निकल गया तो फिर यह वापस लौटकर नहीं आता है।
स्वामी विवेकानंद के अनुसार
” एक समय में एक काम करो और ऐसा करते समय
अपनी पूरी आत्मा उसमें डाल दो
और बाकी सब कुछ भूल जाओ.”
चाणक्य के अनुसार
“किसी व्यक्ति की वर्तमान स्थिति को.
देखकर उसके भविष्य का मजाक ना उड़ाओ
क्योंकि कल में इतनी शक्ति है कि.
वह एक मामूली कोयले के टुकड़े को हीरे में
तबदिल कर सकता है.”
समय है तो मान ले की जीवन है और समय नहीं तो जीवन भी नहीं समय को वापस नहीं किया जा सकता और ना खोया गया समय को वापस पाए जा सकता है इसलिए हर व्यक्ति को समय का सही उपयोग करना चाहिए कहा भी गया है।
” पुरुष बली नहीं होत है
समय होत बलवान। “
अर्थात व्यक्ति बलवान नही होता समय बलवान होता है।यह बात भी सत्य है कि जो व्यक्ति समय की अहमियत नहीं समझता समय भी उस व्यक्ति की अहमियत को नहीं समझता।
अगर हम हमारे समय को नष्ट करते हैं तो समय भी हमें बुरी तरह से नष्ट करता है समय किसी की भी प्रतीक्षा नहीं करता इस विषय पर कबीर दास जी ने इस विषय पर बोहोत अच्छी बात कही है।
“काल करे सो आज कर
आज करे सो अब
पल में प्रलय होगी
बहुरि करेगा कब.”
कबीर दास जी ने इस दोहे में समय की महत्व बताते हुए कहा है कि जो कल करना है उसे आज करो और जो आज करना है उसे अभी करो कुछ ही समय में जीवन खत्म हो जाएगा फिर तुम क्या कर पाओगे यानी समय हमारे लिए बहुत महत्वपूर्ण होता है और समय में किया काम उतना ही जीवन को आसान बना देता है।
समय प्रबंधन:- सभी कार्यों को करने का अलग-अलग समय होता है अव्यवस्थित कार्य हमारे जीवन में बहुत उलझन और परेशानियां लाता है लेकिन यही काम अगर हम सोच विचार कर प्रस्तुत करके करें तो हमें हमारे कामों में समय प्रबंधन से एक दक्षता मिलती है इसे हमारे कार्य की प्राथमिकता बढती है और कार्य सही समय पर होता है समय का प्रबंधन करने के लिए हमें हमारे रोज की दिनचर्या को रोज की बातों को एक डायरी में लिखे इससे आपको पता चलेगा कि आप आपकी कितनी उपयोगी बातों को कितना समय देते हो और कितना समय और अनुउपयोगी बातें को देते हैं किसी भी कार्य को करने के लिए समय की योजना बनाकर कार्य करें उसके अनुसार ही अपने कार्यों का निष्पादन करें इस प्रकार समय प्रबंधन हमारे जीवन के प्रति कार्य को एक क्रम देकर कार्य की प्राथमिकता को स्वयं ही तय कर देता है.