समय किसी के लिए नहीं रूकता' पर एक अनुच्छेद लिखिए।
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समय का पहिया सदा घुमता रहता है। उसकी गति को कोई नहीं रोक सकता। समय किसी की प्रतीक्षा नहीं करता। मनुष्य का जीवन क्षणभंगुर है। अतः जीवन क्षण को मूल्यावन समझ कर कार्य में जुटे रहना चाहिए। मानवजीवन की सफलता का रहस्य समय रूपी रत्न के योग में ही छिपा है। जो व्यक्ति अपने अमूल्य समय का लाभ नहीं उठाते और अवसर पाकर चूक जाते है वे बाद में पश्चाताप करते और हाथ मलते रह जाते हैं और लोग ’’अब पछताए होत क्या, जब चिड़ियाँ चुग गई खेत’’ कहकर उनका मजाक उड़ाते हैं।
समय बड़ा बलवान होता है। समय को परखने वाला रंक से धनाढ्य और समय की उपेक्षा करने वाला करोड़पति से भिखारी हो जाता है। अतः हमें समय की गति और स्वभाव को पहचान कर एक-एक क्षण का मूल्य समझना चाहिए। प्रत्येक व्यक्ति के जीवन में भाग्योदय के क्षण आते हैं, जो उस समय का सदुपयोग कर लेता है वह जीवन में सफलता की सीढ़ियाँ चढ़ता चला जाता है। थोड़ा-सा आलस्य बहुत घातक सिद्व होThanks ,,Make
प्रसिद्वि कवि एवं नाटककार का कथन है-’’समय को मैंने नष्ट किया, अब समय मुझे नष्ट कर रहा है।’’
मनुष्य का जीवन अमूल्य है, जो संसार में विशिष्ट स्थान रखता है। समय किसी की प्रतीक्षा नहीं करता। प्रकृति के समस्त कार्य नियत समय पर होते हैं। समय की गति बड़ी त्रीव होती है। जो उसमें पिछड़ जाता है। वह सदैव पछतात रहता है। तुलसीदास ने ठीक ही कहा है-
’’समय चूकि पुनि का पछताने। का वर्षा जब कृषि सुखाने।’’
अतः आवश्यकता है समय के सदुपयोग की। समय वह धन है जिसका सुदपयोग न करने से वह व्यर्थ चला जाता है। हमें समय का महत्व तब ज्ञात होता है जब दो मिनट विलंब के कारण गाड़ी छूट जाती है। जीवन में वही व्यक्ति सफल हो पाते हैं जो समय का पालन करते हैं।
हमारे देश में समय का दुरूपयोग बहुत होता है। बेकार की बातों में व्यर्थ समय गँवाया जाता है। बहुत से व्यक्ति समय गँवाने में ही आनंद का अनुभव करते हैं। यह प्रवृति हानिकारक है। समय को खोकर कोई व्यक्ति सुखी नहीं रह सकता। जूलियस सीजर सभा में पाँच मिनट देर से पहुँचा और अपने प्राणों से हाथ धो बैठा। अपनी सेना के कुछ मिनट देर से पहुँचने के कारण नेपोलियन को नेल्सन से पराजित होना पड़ा। समय किसी की बाट नहीं देखता।
हम समय का सदुपयोग कैसे करें ? प्रथत तो हमें अपने कार्य निश्चित समय में ही पूरे करने चाहिए। काम में देरी समय के प्रति लापरवाही प्रदर्शित करती है। निश्चित कार्य को समय पर करने के उपरान्त भी समय बच जाता है। इस अतिरिक्त समय मंे हम समाज-कल्याण का कार्य कर सकते हैं। निर्धनों और बेसहारों की मदद कर सकते है। ज्ञान-वृद्वि एवं मनोरंजन हेतु अतिरिक्त समय मे पुस्तकें पढ़ सकते हैं। यदि हमारी रूचि सृजनसत्मक कार्यों मेें है तो हम वह कार्य करके भी समय का सदुुपयोग कर सकते हैं। घर के आंगन में बागवानी करके भी समय का सदुपयोग कर सकते हैं। आज का काम कभी कल पर मत छोड़ो। कबीर जी ने ठीक ही कहा है-
’’काल करे सो आज कर, आज करे सो अब।
पल में परलय होयगी, बहुरि करैगो कब।।’’
समय थोड़ा है, किंतु कार्य अधिक है। अतः समय का पाबंद होना अति आवश्यक है। ’गया वक्त आता नहीं’ की उक्ति को ध्यान में रखना चाहिए। स्वयं को समय की गति के अनुसार ढालना चाहिए। समय के सदुपयोग से रंक-राजा और मूर्ख भी विद्वान बन जाता है। छात्र वर्ग के लिए समय और भी मूल्यवान है वही छात्र अच्छे अंक प्राप्त करता है जो समय का सही उपयोग करता है। कभी समय बर्बाद मत करो, इसी में बुद्विमानी है।
जो व्यक्ति समय की परवाह करते हैं, वे जीवन में कभी असफल नहीं होते। सफलता तो उनके चरण चूमती है। हमें सदैव यह प्रयास करना चाहिए कि समय व्यर्थ न चला जाए। समय का भरपूर उपयोग करना ही सफलता प्राप्ति का मूलमंत्र है।
हमें इस बात को सदैव ध्यान रखना चाहिए कि गया समय लौटकर नहीं आता। हमें अपने एक-एक क्षण का सदुपयोग करना आना चाहिए। समय की पाबंदी ही व्यक्ति को बड़ा और सफल बनाती है। अतः सदैव समय की गति के अनुसार चलो।