Sample-7
पाठक आमतौर पर किादी शोते हैं, से मामान्यलः साहित्य में अपनी स्थापित मर्यादाओं को स्वीकृति या एक स्वन-जगत में पलायम चाहते हैं। साहित्य एक झटके में जन्हें अपने आस-पास के उस जीवन के प्रति सचेत करता है, जिससे उन्होंने आँखें मूंद रखी थी। शाम अफ्रीका के रेगिस्तानों में नहीं मिलती। वे हर जगह बहुतायात में उपलब्ध है। प्रौद्योगिकी के इस दौर का नतीजा जीवन के हर गोशे में नकद कमाल के लिए बता हुआ पागलपन है और हमारे राजनीतिज्ञ माता के दुखात, व्यापारी, नौकरशाह सभी लोगों को इस भगदढ़ में नहीं पहुँचने. जैसा दुसरे करो हैं, बैसा करके, चुनाव में शामिल होने और कुछ न-कुछ हासिल कर लेन को जिए जा रहे है। कम पककर साँस लेना और अपने चारों ओर निहारना, हत्या के पद में से गुजरते वात पत्नियों को मनातर लग-गतियों को और फूलों के जादुई रंगों को, फूली सरसों के चमत्कार पीलेपन की, खिले मैदानों को धनी हरीतिमा को मर्मर ध्वनि के सौदर्य, हिमाचादित शिों की भव्यता, समुद्र तट पर पकाइ खाकर विशरती हुई लहरों के घोष को देखना-सुमना भूल गए हैं। कुछ लोग सोचते हैं कि पश्चिम का आधुनिकतावादी और भारत तथा अधिकाशं तीली दुनिया के नव औपनिवेशिक चितन के साथ अपनी जड़ों से अलगाव, व्यक्तिवादी अजनवियत में हमारा अनिवार्य -लगाम साव, अमेसन के बिन बौद्धिकता से विदाह, या घोषणा कि 'दिमा अपनी रस्सी' तिम मिरे पर है'. यागाद का सितम, काम का ऐन्टिक सुख मात्र रा जाना और मानवीय भावनाओं का व्यावसायीकरण तथा निम्नस्तरीयकरण इस अधी पारी में आ फैसने की वजह है। लेकिन वे भूल जाते है कि आधुनिकीकरण इतिहास की एक सच्चाई है, कि नई समस्याओं को जन्म देने और विज्ञान को अधिक जटिल बनाने के बावजूद आधुनिकीकरण, एक तरह से, मानव जाति को नियति है। मेग मुलगा है कि सिमोन आधुनिकता के बावजूद आधुनिकता की दिशा में धैर्षपूर्वक सुयोजित प्रथधास होने चाहिए। एक आलोचक किसी नानी में भी झांक सकता है, पर यह नालौ-निरीक्षक नहीं होता। लेखक का कार्य दुनिया को बदलना नाही, समझना है। साहित्य प्रति माहों कारणा, वह मनुष्यों का दिमाग बदलता है और उन्ों क्रात की आवश्याकता
के प्रति जागरूक बनाता है।
निम्नलिखित में से निर्देशानुसार सर्वाधिक उपयुक्त विकल्पों का चयन कीजिए
1. गद्यांश में 'शुनुरमुर' की संज्ञा किसे दी गई है?
(/) लेखक, ओ सर को समझना चाहता है। (B) राजनीतितजो अपने स्वार्थ साधना चाहता है।
(IH) पाठक, जो सपनों की दुनिया में रहना चाहता है। (iv) नौकरशाह, जो दूसरों जैसा बनने की होड़ में शामिल है।
2. आधुनिकता की दिशा में सुधोजित प्रयास क्यों होने चाहिए?
() इससे जीवन सुगम हो जाएगा तथा मानव प्रकृति का आनंद से सकेगा।
(i) नई समस्याओं को जन्म लेने के पहले ही रोका जा सकेगा।
(i) आधुनिक होने की प्रक्रिया सदा से मानव सभ्यता का अंग रही है। (iv) इससे विज्ञान सरला हो. अधिक मानव कल्याणी हो सके।
J. 'नक़ा फसल के लिए बढ़ता हुआ पागलपन' से क्या तात्पर्य है?
(0 लोग तुरंत ग अधिक से अधिक लाभ कमाना चाहते हैं। (ii) लोग प्रकृति को समय नहीं देना चाहते हैं।
(if) लोग पके हुए हैं पर विश्राम नहीं करना चाहते। (iv) लोग भौतिकतावादी तथा अमीर लोगों की नकल करना चाहते हैं।
4. पाठक साहित्य से आमतौर पर क्या अपेक्षा रखते हैं?
60 साहित्य को हमारे मन की बात कहनी चाहिए। () साहित्य का संसार को यथावत समझना चाहिए।
(ii) साहित्य समान कम होने वाला होना चाहिए। () साहित्य का जीवन कौशला व मल्यों को शिक्षा देनी चाहिए।
5. लेखक के अनुसार साहित्य क्या कार्य करने के लिए प्रेरित करता है?
0 लोगों का पधार्य में आवमा करा मदद के लिए। लोगों को जीवन को समस्याओं को भुला आगे बढ़त जान के लिए।
(if) लोगों को पमावाद का विश्वास करने के लिए।
(i) लोगों को भावनाओं व ऐन्द्रिक सुख में ऊपर उठ कार्य करने के लिए।
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Sis likh ke bol rhe ho aj se we r frnd kya yrr
Hn mujhe koi prblm nhi
btw ru bengali n
ok
Kemon acho nd ki korcho
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