Hindi, asked by meghakatiyar1, 1 year ago

sample paper of Hindi class 10​


meghakatiyar1: hmmm
Kaushikumar: ︶︿︶
meghakatiyar1: kys hsi
meghakatiyar1: hai
Kaushikumar: mujhe khone k baad ek din tum mujge yaad karogi.... fir dekhna milne k mujhse tum fariyad karogi
meghakatiyar1: nope
Kaushikumar: ........
poonamgulati2599: Are u having literature related questions ????
poonamsharma95: I think so
poonamsharma95: but not sure

Answers

Answered by poonamsharma95
2

hope it may Help you

Attachments:

meghakatiyar1: mujhe aab koi dhoka nhi chahiye
meghakatiyar1: nhu uttaarenge tere oe
meghakatiyar1: pe
RebelStar: mene kabhi diya ho toh bol
meghakatiyar1: tooo mujse baat hi kyu krrha
RebelStar: kuch nhi bolunga
RebelStar: kyuki frnd h tu
meghakatiyar1: tooooo bas kar
meghakatiyar1: mujhe jhoot sunne ki toh aadat hogai
meghakatiyar1: account delete krbaarahi
Answered by babulalaraon
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Solved CBSE Sample Papers for Class 10 Hindi A Set 1

हल सहित सामान्य

निर्देश :

• इस प्रश्न-पत्र में चार खण्ड है – क, ख, ग, घ ।

• चारों खण्डों के प्रश्नों के उत्तर देना अनिवार्य है।

• यथासंभव प्रत्येक खण्ड के क्रमशः उत्तर दीजिए |

खण्ड ‘क’ : अपठित बोध

1. निम्नलिखित गद्यांश को ध्यानपूर्वक पढ़कर पूछे गए प्रश्नों के उत्तर दीजिए-

कम उमर में विकसित अवचेतन मन का हमारे जीवन पर असर बिलकुल हाल में । समझ में आया हो, ऐसा नहीं है। कोई 500 साल से कुछ धर्म-प्रचारकों में यह कहा जाता रहा है कि किसी भी बालक को हमें छह-सात साल की उमर तक के लिए दे दीजिए। वह बड़ा होने के बाद जीवन भर हमारा ही बना रहेगा। उन्हें पता था कि पहले सात साल में सिखाया गया ढर्रा किसी व्यक्ति की जीवन-राह तय कर सकता है। उस व्यक्ति की कामनाएँ और इच्छाएँ चाहे कुछ और भी हों, तो भी वह इस दौर को भूल नहीं पाता। क्या यह मान लें कि नकारात्मक बातों से भरे हमारे इस । अवचेतन मन से हमें आज़ादी मिल ही नहीं सकती? ऐसा नहीं है। इस तरह की आजादी की अनुभूति हर किसी को कभी न कभी जरूर होती है। इसका एक उदाहरण है, प्रेम की मानसिक अवस्था। प्रेम में, स्नेह में अभिभूत व्यक्ति का स्वास्थ्य कुछ अलग चमकता हुआ दिखता है, उसमें ऊर्जा दिखती है।

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