Sampreshan ke Madhyam ke roop Mein jansanchar Madhyam ki Bhumika par Prakash daliye
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संप्रेषण के माध्यम के रूप से जनसंचार माध्यमों की भूमिका :
संप्रेषण के माध्यम के रूप से जनसंचार माध्यमों से लोगों का जीवन बहुत सरल हो गया है|
जब से 4 जी मोबाइल संचार प्रौद्योगिकी आई है तब से सब जगह नेटवर्क आसानी से मिल जाता है और बात भी हो जाती है|
आज के समय में संप्रेषण के माध्यम के रूप से जनसंचार माध्यमों ने बहुत तरक्की कर ली है | अब एक दूसरे को संदेश पहुंचाना बहुत आसन हो गया चाहे वह अपने देश के किसी कोने में देना हो या अपने देश से बहार |
बहुत सारी वीडियो ऐप्स है जैसे , वाट्स ऐप्स , गूगल due, स्काइप , ज़ूम ऐप्स आदि की सहायता से हम अपने संदेश साँझा कर सकते है| इनकी सहायता से हम एक दूसरे को देख भी सकते है|
जन संचार के माध्यम से रेडिओ , सिनेमा , समाचार पत्र , किताबें आदि से सब को बहुत लाभ हो गया है| मिडिया की सहायता से घर पर ही सब खबर मिल जाती है |
कंप्यूटर के आविष्कार के बाद इस क्षेत्र में प्रतिदिन नए आयाम स्थापित हो रहे हैं। संचार जगत में ‘ई-मेल’ की लोकप्रियता धीरे-धीरे बढ़ती ही जा रही है ।
ई-मेल के उपयोग या इससे होने वाले लाभ बहुआयामी हैं । संचार के क्षेत्र में ‘विडियो कांफ्रेंसिंग’ भी वैज्ञानिकों की एक अद्भुत देन है । इसके माध्यम से दो या दो से अधिक व्यक्ति एक दूसरे से मीलों दूर रहकर भी आपस में बातचीत कर सकते हैं।
घर में रहकर बहुत से काम आसानी से हो जाते है| बहार जाने की आवश्यता नहीं पड़ती है|