सनातन धर्म की मानव जीवन में क्या भूमिका है?500sabdo me
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सनातन का अर्थ होता है, जो पृथ्वी या ब्रह्मांड के अस्तित्व के समय से ही अस्तित्व में हो। वैदिक काल में भारतीय उपमहाद्वीप में प्रचलित जीवन पद्धति को सनातन धर्म के नाम से जाना जाता था। यह धर्म जीवन जीने के तरीकों का ही संकलन है, जिसमें मानवीय मूल्यों को विशेष महत्व दिया गया है।
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उत्तर:सनातन धर्म विश्व का सबसे प्राचीन धर्म है। सनातन धर्म में मानव जीवन को सबसे महत्वपूर्ण माना जाता है। सनातन धर्म में ऐसे कई महापुरुषों ने जन्म लिया है, जिन्होंने की पूरे दुनिया का में दया, प्रेम, सम्मान आदि के बारे में बताएं हैं। सनातन धर्म में वेद रामायण महाभारत आदि ऐसे कई ग्रंथ हैं, जिसमें की मानवता की रक्षा पर जोर दिया है। ग्रंथों के द्वारा लोगों को बताया गया है, कि अपने राज्य की रक्षा हेतु तथा धर्म के लिए जितना भी बलिदान देना पड़े मनुष्य को हंसते हुए देना चाहिए। राजा का धर्म श्रीराम द्वारा धर्म के बारे में बताया गया। श्री राम को मर्यादा पुरुषोत्तम माना गया है, जो की मर्यादा में उत्तम है। परंतु लंबे समय के साथ कुछ लोगों ने अपने स्वार्थ के लिए सनातन धर्म का अपमान, लोगो को उसके प्रति गलत भावना और अर्थ का अनर्थ बना दिया है।
व्याख्या:वैदिक काल में भारतीय उपमहाद्वीप में प्रचलित जीवन पद्धति को सनातन धर्म के नाम से जाना जाता था। यह धर्म जीवन जीने के तरीकों का ही संकलन है, जिसमें मानवीय मूल्यों को विशेष महत्व दिया गया है
व्याख्या:वैदिक काल में भारतीय उपमहाद्वीप में प्रचलित जीवन पद्धति को सनातन धर्म के नाम से जाना जाता था। यह धर्म जीवन जीने के तरीकों का ही संकलन है, जिसमें मानवीय मूल्यों को विशेष महत्व दिया गया है
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