सन यात-सेन के तीन सिद्धांत क्या थे?
Answers
उत्तर :
सन यात-सेन के तीन सिद्धांत (सन मिन चुई) निम्नलिखित थे -
(१) राष्ट्रवाद : इसका अर्थ था मांचू राजवंश को सत्ता से हटाना ,क्योंकि उसे विदेशी राजवंश माना जाता था। साथ ही विदेशी साम्राज्यवादियों को चीन से बाहर निकालना।
(२) गणतंत्र : देश में गणतांत्रिक सरकार की स्थापना करना।
(३) समाजवाद : पूंजी का नियमन करना तथा भूमि के स्वामित्व में बराबरी लाना। सन - यात - सेन के विचार कुओमीनतांग के राजनीतिक दर्शन का आधार बने। उन्होंने कपड़ा ,भोजन, घर और परिवहन इन चार बड़ी आवश्यकता को रेखांकित किया।
आशा है कि यह उत्तर आपकी मदद करेगा।।।।
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Explanation:
इनमें पति के पत्नी के प्रति पत्नी के पति के प्रति , माता – पिता के पुत्र के प्रति , पुत्र के माता – पिता के प्रति , गुरु के शिष्य के प्रति , शिष्य के गुरु के प्रति , समाज में एक व्यक्ति के दूसरे व्यक्ति के प्रति , राजा का प्रजा के प्रति और प्रजा का राजा के प्रति कर्तव्यों की व्याख्या की गई है।
मनु द्वारा विरचित मनूस्मृति में कर्म आधारित वर्ण व्यवस्था और उसके महत्व पर विस्तार से प्रकाश डाला गया है और व्यक्ति तथा व्यक्ति , व्यक्ति तथा समाज और व्यक्ति तथा राज्य सभी के एक दूसरे के प्रति कर्तव्यों को निश्चित किया गया है। भारतीय समाज को व्यवस्थित करने में इसका बड़ा योगदान रहा है इसे भारतीय समाजशास्त्र का आदि ग्रंथ माना जा सकता है।