sanchari rog par 300 shabdo ka nibandh
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बच्चे को बुखार हो तो अस्पताल में दिखाएं : डीएम
फैजाबाद। सरकार स्वास्थ्य के प्रति पूर्ण रूप से संवेदनशील है उसकी संवेदनशीलता इस बात से प्रकट होती है कि दिमागी बुखार पर नियंत्रण के लिए समय से पूर्व 38 जनपदों में टीकाकरण का अभियान प्रारंभ कर दिया गया है। यह अभियान 15 दिन चलेगा। यह बातें सोमवार को जिला महिला चिकित्सालय मेें विशेष संचारी रोग नियंत्रण पखवारे के शुभारंभ के मौके पर जिलाधिकारी डॉ अनिल कुमार पाठक ने कहीं।
जिलाधिकारी ने कहा कि 16 के बाद भी यह अभियान चलता रहेगा। उन्होंने अपील की कि बच्चे को बुखार होने पर उसे तुरंत सरकारी अस्पताल में दिखायें क्योंकि वह दिमागी बुखार हो सकता है। बच्चों का टीकाकरण करायें, घरों के आस-पास सफाई रखें व कहीं भी जलभराव न होने दें। आसपास किसी को बुखार हो तो उसे अस्पताल जाने के लिये प्रेरित करें।
मुख्य विकास अधिकारी अक्षय त्रिपाठी ने कहा कि जागरूकता ही बचाव है। एएनएम, आशा व आंगनबाड़ी कार्यकर्ता के माध्यम से लोगों को जागरूक करें। सीएमओ डॉ अशोक कुमार गुप्ता ने कहा कि दिमागी बुखार जानलेवा हो सकता है और रोग के उपरांत शारीरिक और मानसिक विकलांगता भी ला सकता है। कार्यक्रम में नगर विधायक वेदप्रकाश गुप्ता व डीएम ने लोगों को दिमागी बुखार से बचाव के लिए सतत प्रयास करने की शपथ दिलाई। इस मौके पर सीएमएस डॉ श्रीकांत शुक्ला, अस्पताल मैनेजर संजीव पांडेय, अनिल तिवारी आदि मौजूद रहे।
50819 बच्चों का होगा टीकाकरण
टीकाकरण की विश्वसनीयता बनाने के लिए बाल रोग विशेषज्ञ डॉ. अरूण वर्मा ने अपने बच्चों का टीकाकरण कराकर लोगों को प्रेरित किया। सीएमओ ने बताया कि प्रतिदिन 306 टीके 306 सत्र आयोजित किए जाएंगे। टीकाकरण के लिये 61 प्रेक्षकों को तैनात किया गया है। अभियान में 2121 आंगनबाड़ी कार्यकर्ता, 2220 आशा सहयोग करेंगी व 50819 बच्चों का टीकाकरण कराया जाएगा।
फाइलेरिया नियंत्रण के लिए कराया छिड़काव
वहीं अभियान के तहत वेक्टर जनित रोगों की प्रभावी रोकथाम के लिए सलारपुर एवं सहादतगंज वार्ड में व अयोध्या के छोटी देवकाली के विभिन्न मोहल्लों में स्वास्थ्य विभाग फाइलेरिया नियंत्रण के कर्मचारियों ने लार्वा निरोधक छिड़काव कराया। इस मौके पर जिला फाइलेरिया नियंत्रण अधिकारी डीके श्रीवास्तव, सत्यप्रकाश मौर्य, दीपक तिवारी आदि मौजूद रहे। सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र मसौधा में जेई/एईएस से बचाव के लिए दो वर्ष से 15 वर्ष के बच्चों को प्रतिरक्षित करने के लिए अधीक्षक डॉ आशाराम ने कर्मचारियों कोअनेक दिशा-निर्देश देकर अभियान की शुरुआत कराई।