sankshipti ki paribhasha or udaharan
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संक्षिप्ति संज्ञा स्त्री० [सं०] नाटक में चार प्रकार की आरभटियों में से एक प्रकार की आरभटी, जहाँ क्रोध आदि उग्र भावों की निवृत्ति होती है (जैसे,—रामचंद्रजी की बातों से परशुराम के क्रोध की निवृत्ति होना) वहाँ यह वृत्ति मानी जाती है । विशेष दे० 'आरभटी' । २. साथ साथ फेंकने की क्रिया (को०) ।
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संक्षिप्ति - संज्ञा स्त्रीलिंग [संस्कृत] नाटक में चार प्रकार की आरभटियों में से एक प्रकार की आरभटी, जहाँ क्रोध आदि उग्र भावों की निवृत्ति होती है (जैसे, - रामचंद्रजी की बातों से परशुराम के क्रोध की निवृत्ति होना) वहाँ यह वृत्ति मानी जाती है । विशेष देशज शब्द देखें 'आरभटी' । 2. साथ साथ फेंकने की क्रिया (को कहते हैं) ।
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