Sant kabir poem in hindi heart touching what we understand in hindi
Answers
Answer:
Explanation:
Maddie and her friends later discover that Wanda is a very talented artist, and that her drawing of one hundred beautiful dresses has won the school's art contest. The girls realize that they misjudged Wanda, and feel incredibly guilty for never believing her stories of her "one hundred dresses." In the end, the girls write a letter to Wanda, hoping to make amends, and they are pleasantly surprised by her willingness to forgiv
Read more on Brainly.in - https://brainly.in/question/11392623#readmore
कबीर दास जी के द्धारा कहे गए दोहे इस प्रकार हैं।
जिन खोजा तिन पाइया, गहरे पानी पैठ,
जिन खोजा तिन पाइया, गहरे पानी पैठ,मैं बपुरा बूडन डरा, रहा किनारे बैठ
इस दोहे से कबीर दास जी का कहने का अर्थ है कि जो लोग कोशिश करते हैं, वे लोग कुछ न कुछ वैसे ही पा ही लेते हैं जैसे कोई मेहनत करने वाला गोताखोर गहरे पानी में जाता है और कुछ ले कर आता है।
पोथी पढ़ि पढ़ि जग मुआ, पंडित भया न कोय,
पोथी पढ़ि पढ़ि जग मुआ, पंडित भया न कोय,ढाई आखर प्रेम का, पढ़े सो पंडित होय।
कबीर दास जी के कहे गए उपदेश वाकई प्रेरणा दायक हैं इसके साथ ही कबीर दास ने अपने उपदेशों को समस्त मानव जाति को सही मार्ग पर चलने की प्रेरणा भी दी इसके साथ ही अपने उपदेशों के द्धारा समाज में फैली बुराइयों का कड़ा विरोध जताया और आदर्श समाज की स्थापन पर बल दिया इसके साथ ही कबीर दास जी के उपदेश हर किसी के मन में एक नई ऊर्जा का संचार करते हैं
जाति जुलाहा नाम कबीरा
जाति जुलाहा नाम कबीराबनि बनि फिरो उदासी।
वहीं अगर कबीर पन्थियों की माने तो कबीर दास, काशी में लहरतारा तालाब में एक कमल के फूल के ऊपर उत्पन्न हुए थे।
मसि कागद छूवो नहीं, क़लम गही नहिं हाथ।
आपको बता दें कि कबीरदास जी ने खुद ग्रंथ नहीं लिखे वे उपदेशों को दोहों को मुंह से बोलते थे जिसके बाद उनके शिष्यों ने उसे लिख लिया।
हम कासी में प्रकट भये हैं, रामानन्द चेताये।
कबीरदास जी किसी धर्म को नहीं मानते थे बल्कि वे सभी धर्मों की अच्छे विचारों को आत्मसात करते थे।
यही वजह है कि कबीरदास जी ने हिंदु-मुसलमान का भेदभाव मिटा कर हिंदू-भक्तों और मुसलमान फक़ीरों के साथ सत्संग किया और दोनों धर्मों से अच्छी विचारों को ग्रहण कर लिया।