सप्रसंग व्याख्या कीजिए रामहि केवल प्रेम पियारा जाने लंक जो जनानी हारा राम सकल बंजर तब तो से कहि मृदु बचन प्रेम पर ईंटों से विदा किए सिलना सिखाए प्रभु गुण कहत सुनत धराए यही विधि समेत दो भाई बस यही विपिन सुर मुनि सुखदाई
Answers
Answered by
1
Answer:
sorry I don't know this answer
Similar questions