Hindi, asked by sheeladixit82, 1 year ago

सपनों के गीत गाने का क्या तात्पर्य है​

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Answered by shishir303
3

‘सपनों के गीत गाने से’ तात्पर्य अपने उन सपनों को साकार रूप देने से है, जो सपने देखे गए थे। ‘साँवले सपनों की याद’ पाठ में जब सलीम अली की मृत्यु हो गई तो लेखक जाबिर हुसैन ने यह बात लिखी थी। सलीम अली जो अब चिरनिद्रा में लीन हो गए हैं, वह अब अपने सपनों के गीत नहीं गा सकते, अर्थात अब वह हमेशा के लिए यह संसार छोड़ के चले गए हैं। अब वह अपने सपनों को साकार रूप नहीं दे सकते। उनके वे सपने जो उन्होंने पक्षियों के लिए देखे थे, उनके संरक्षण और विकास के लिए देखे थे।

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‘साँवले सपनों की यादें’ पाठ से संबंधित कुछ अन्य प्रश्न—▼

सलीम अली के अनुसार मनुष्य को प्रकृति की तरफ किस दृष्टि से देखना चाहिए?

https://brainly.in/question/19483300

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सलीम की प्रकृति कैसी थी?

https://brainly.in/question/10531281

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लेखक ने सलीम की अंतिम यात्रा का वर्णन कैसे किया?

https://brainly.in/question/10051976

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Answered by ramankumar2555
2

Answer:

सपनों के गीत गाने से' तात्पर्य अपने उन सपनों को साकार रूप देने से है, जो सपने देखे गए थे। 'साँवले सपनों की याद' पाठ में जब सलीम अली की मृत्यु हो गई तो लेखक जाबिर हुसैन ने यह बात लिखी थी।

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