सपनोंका नगर कैसा रहता है | उस पर चित्र उतार कर एक कहानी लिखिए | Big answer
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please make me brainiest
हिंदी में कहानी
राजा कृष्ण कुमार एक दयालु व्यक्ति था। वह सदा अपने राज्य के लोगों को बहुत अच्छी सुविधाएं देना चाहता था। लोग भी बहुत खुश थे।
फिर भी राजा हमेशा लोगों को अच्छी सड़कें, बिजली, संचार, चिकत्सा केन्द्र, और शिक्षा संस्थान दे कर उनके जीवन स्तर में सुधार करने को उत्सुक रहता था। इसलिए उसने पहले एक आदर्श नगर बनाने का निश्चय किया जिसे बाद में सारे राज्य में अपनाया जा सके।
क्योंकि वह एक अद्वित्य नगर बनाना चाहता था, उसने अपने सलाहकारों के साथ एक सभा बुलाई। यह तय किया गया कि यह कार्य सबसे कुशल वास्तुकार को दिया जाए जो पहले एक नमूना बना कर राजा की स्वीकृति ले। उसके बाद ही असली निर्माण–कार्य शुरू किया जाए।
“लेकिन हम ऐसा वास्तुकार कैसे ढूंढे?” सलाहकारों ने पूछा।
“इसे हम एक प्रतियोगिता के रूप में करेंगे जिसमें दूसरे राज्यों के वास्तुकारों को बे आमंत्रित किया जाएगा। जो सबसे अच्छा नमूना बनाएगा, उसे उसके शुल्क के साथ पुरस्कार भी दिया जाएगा,” राजा ने सुझाव दिया।
सब मान गए और प्रतियोगिता की घोषणा कर दी गई।

The Dream Town – Architects showing their models to the king
बहुत से वास्तुकारों ने प्रतियोगिता में हिस्सा लिया और सपनों के नगर के अच्छे नमूने बनाए। परन्तु राजा संतुष्ट नहीं था क्योंकि वह नगर का सही अनुभव नहीं कर पा रहा था। केवल एक वास्तुकार रह गया था जिसने अभी अपना नमूना नहीं दिखाया था। कुछ दिनों के बाद वह राजा के पास आया।
“वह नमूना कहाँ है जो तुमने बनाया है?” राजा ने युवक वास्तुकार से पूछा।
“मेरा नमूना मेरे कम्प्यूटर में है,” वास्तुकार ने अपना छोटा सा कम्प्यूटर राजा को दिखाते हुए कहा।
“यह कैसे संभव हो सकता है?” राजा हैरान था।
“आपको वाक–थरु अनुभव के लिए इस कम्प्यूटर को प्रयोग करना पड़ेगा। इससे आप सिर्फ बाहरी आकार को ही नहीं देख पाएंगे, बल्कि आप ऐसा अनुभव करेंगे कि आप वास्तव में नगर के अंदर चल रहे हैं,” वास्तुकार ने विस्तार से बताया।

The Dream Town – Architect showing his model on a computer
राजा ने कम्प्यूटर का प्रयोग किया और वह वाक–थरु अनुभव से उत्तेजित हो गया।
“यह मेरे सपनों का नगर है,” उसने ख़ुशी से कहा।
इसलिए राजा ने अभिनव वास्तुकार को अच्छा पुरस्कार दिया और नगर निर्माण कार्य शुरू हो गया।
टेक्नालजी: डिजिटल वाक–थरु – यह टेक्नालजी मुख्य रूप से भवन निर्माण और नगर नियोजन के लिए प्रयोग की जाती है। इससे आप निर्माण शुरू करने से पहले कम्प्यू
Explanation:
हिंदी में कहानी
राजा कृष्ण कुमार एक दयालु व्यक्ति था। वह सदा अपने राज्य के लोगों को बहुत अच्छी सुविधाएं देना चाहता था। लोग भी बहुत खुश थे।
फिर भी राजा हमेशा लोगों को अच्छी सड़कें, बिजली, संचार, चिकत्सा केन्द्र, और शिक्षा संस्थान दे कर उनके जीवन स्तर में सुधार करने को उत्सुक रहता था। इसलिए उसने पहले एक आदर्श नगर बनाने का निश्चय किया जिसे बाद में सारे राज्य में अपनाया जा सके।
क्योंकि वह एक अद्वित्य नगर बनाना चाहता था, उसने अपने सलाहकारों के साथ एक सभा बुलाई। यह तय किया गया कि यह कार्य सबसे कुशल वास्तुकार को दिया जाए जो पहले एक नमूना बना कर राजा की स्वीकृति ले। उसके बाद ही असली निर्माण–कार्य शुरू किया जाए।
“लेकिन हम ऐसा वास्तुकार कैसे ढूंढे?” सलाहकारों ने पूछा।
“इसे हम एक प्रतियोगिता के रूप में करेंगे जिसमें दूसरे राज्यों के वास्तुकारों को बे आमंत्रित किया जाएगा। जो सबसे अच्छा नमूना बनाएगा, उसे उसके शुल्क के साथ पुरस्कार भी दिया जाएगा,” राजा ने सुझाव दिया।
सब मान गए और प्रतियोगिता की घोषणा कर दी गई।

The Dream Town – Architects showing their models to the king
बहुत से वास्तुकारों ने प्रतियोगिता में हिस्सा लिया और सपनों के नगर के अच्छे नमूने बनाए। परन्तु राजा संतुष्ट नहीं था क्योंकि वह नगर का सही अनुभव नहीं कर पा रहा था। केवल एक वास्तुकार रह गया था जिसने अभी अपना नमूना नहीं दिखाया था। कुछ दिनों के बाद वह राजा के पास आया।
“वह नमूना कहाँ है जो तुमने बनाया है?” राजा ने युवक वास्तुकार से पूछा।
“मेरा नमूना मेरे कम्प्यूटर में है,” वास्तुकार ने अपना छोटा सा कम्प्यूटर राजा को दिखाते हुए कहा।
“यह कैसे संभव हो सकता है?” राजा हैरान था।
“आपको वाक–थरु अनुभव के लिए इस कम्प्यूटर को प्रयोग करना पड़ेगा। इससे आप सिर्फ बाहरी आकार को ही नहीं देख पाएंगे, बल्कि आप ऐसा अनुभव करेंगे कि आप वास्तव में नगर के अंदर चल रहे हैं,” वास्तुकार ने विस्तार से बताया।

The Dream Town – Architect showing his model on a computer
राजा ने कम्प्यूटर का प्रयोग किया और वह वाक–थरु अनुभव से उत्तेजित हो गया।
“यह मेरे सपनों का नगर है,” उसने ख़ुशी से कहा।
इसलिए राजा ने अभिनव वास्तुकार को अच्छा पुरस्कार दिया और नगर निर्माण कार्य शुरू हो गया।
टेक्नालजी: डिजिटल वाक–थरु – यह टेक्नालजी मुख्य रूप से भवन निर्माण और नगर नियोजन के लिए प्रयोग की जाती है। इससे आप निर्माण शुरू करने से पहले कम्प्यू