Hindi, asked by kshitij9420, 1 year ago

सर्वनाम - उसकी परिभाषा, उसके भेद, अवं उदहारण​

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Answered by anjali9059
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सर्वनाम की परिभाषा :-

सर्वनाम का अर्थ होता है – सब का नाम। जो शब्द संज्ञा के नामों की जगह प्रयुक्त होते हैं उसे सर्वनाम कहते हैं। अथार्त संज्ञा के स्थान पर प्रयुक्त होने वाले शब्दों को सर्वनाम कहते हैं अथार्त भाषा को प्रभावशाली बनाने के लिए जो शब्द संज्ञा के स्थान पर प्रयोग किये जाते हैं उसे सर्वनाम कहते हैं।

सर्वनाम को संज्ञा के स्थान पर रखा जाता है। वाक्यों में सर्वनाम वह शब्द है जो किसी प्रश्नाधीन आदमी की जगह पर उपस्थित होता है।सर्वनाम केवल एक नाम नहीं बल्कि सबके नाम के बारे में बताती हैं। संज्ञा की पुनरुक्ति को दूर करने के लिए ही सर्वनाम का प्रयोग किया जाता है। हिंदी में कुल 11 मूल सर्वनाम होते हैं :- मैं , तू , यह , वह , आप , जो , सो , कौन , क्या , कोई , कुछ आदि।

सर्वनाम के उदाहरण :

(1) सीता ने गीता से कहा , मैं तुम्हे पुस्तक दूंगी।

(2) सीता ने गीता से कहा , मैं बाजार जाती हूँ।

(3) सोहन एक अच्छा विद्यार्थी है वह रोज स्कूल जाता है।

(4) राम , मोहन के साथ उसके घर गया।

नोट : यहाँ पर मैं , वह और उसके संज्ञा के स्थान पर सर्वनाम प्रयुक्त हुए हैं।

सर्वनाम के भेद :-

1. पुरुषवाचक सर्वनाम

2. निजवाचक सर्वनाम

3. निश्चयवाचक सर्वनाम

4. अनिश्चयवाचक सर्वनाम

5. संबंधवाचक सर्वनाम

6. प्रश्नवाचक सर्वनाम

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